भोपाल: DSP Santosh Patel सच्चे इंसान वहीं होते हैं, जो परेशानियों में मदद करने वालों को कभी भूलते नहीं। इसका सीधा उदाहरण भोपाल में देखने को मिला है। जिसमें एक सब्जी विक्रेता गरीबी और संघर्ष के दिनों में भी सहारा देने को पीछे नहीं हटे। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें डीएसपी संतोष पटेल और एक सब्जी विक्रेता एक दूसरे से मिलते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को डीएसपी संतोष पटेल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया है।
DSP Santosh Patel बताया जा रहा है कि डीएसपी संतोष पटेल एक समय गरीबी के दौर से गुजरा था। उनके इस गरीबी के वक्त में सब्जी विक्रेता सलमान ने उन्हें मुफ्त सब्जियां दी थीं। संतोष अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि कैसे सलमान की मदद से वे भोपाल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर पाए।
सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए संतोष पटेल ने लिखा कि ‘सलमान ख़ान से भोपाल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय मुलाक़ात हुई थी। ये हमारी भावनाओं को समझकर फ्री में सब्ज़ी दे दिया करते थे। 14 साल बाद जब अचानक मिले तो दोनों बहुत खुश हुए। बुरे समय में साथ निभाने वाले को भूल जाना किसी पाप से कम नहीं। बंदे में एक दोष न हो, बंदा ऐहसान फ़रामोश न हो।’
संतोष पटेल पन्ना जिले के रहने वाले है। वो साल 2012 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए भोपाल आए थे। उस दौर में संतोष की आर्थिक स्थिति बेहद ही कमजोर थी। भोपाल के जिस मोहल्ले में वो रहते थे, वहां सलमान खान सब्जी बेचा करते थे। संतोष की हालत देखकर सलमान ने उनकी बात सुनी और लंबे समय तक उन्हें फ्री में सब्जियां दी। जिसके बाद साल 2015 में संतोष ने संकल्प लिया कि जब तक उन्हें लाल बत्ती वाली नौकरी नहीं मिल जाती तब तक वो दाढ़ी नहीं बनाएंगे।
पहले प्रयास में असफलता मिलने के बाद भी वो हिम्मत नहीं हारे और दूसरी बार वो परीक्षा दिए। जिसमें उन्हें सफलता मिल गई और डीएसपी के पद पर उनकी नियुक्ति हो गई। आज, संतोष की मेहनत और संघर्ष की कहानी देशभर में प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। आज डीएसपी संतोष पटेल एक अधिकारी हैं, जो अपनी संघर्षमय यात्रा के कारण प्रसिद्ध हैं और अपने कठिन दिनों में मददगार बने सलमान को आज भी याद रखते हैं।
सलमान ख़ान से भोपाल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय मुलाक़ात हुई थी। ये हमारी भावनाओं को समझकर फ्री में सब्ज़ी दे दिया करते थे।14 साल बाद जब अचानक मिले तो दोनों बहुत खुश हुए।बुरे समय में साथ निभाने वाले को भूल जाना किसी पाप से कम नहीं।बंदे में एक दोष न हो, बंदा ऐहसान फ़रामोश न हो pic.twitter.com/FMTdOW5cBH
— Santosh Patel DSP (@Santoshpateldsp) November 10, 2024