भोपाल : MP Politics: मध्यप्रदेश में नशे के कारोबार का जाल फिर उजागर हुआ। ड्रग्स की एक अवैध फैक्ट्री पर छापेमारी के बाद यहां सियासत भी सरगर्म हो गई है। विपक्ष को हमलावर होने का मौका मिल गया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर न केवल सरकार को घेरा है बल्कि नीयत और नीति पर सवाल भी खड़ा किया है ।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के बाद अब मंदसौर में ड्रग्स की फैक्ट्री मिली है, वो भी संतरे के बगीचे में, जी हां मंदसौर में यही हो रहा था। यहां संतरे के बगीचे के बीचो बीच एक मकान में MD ड्रग्स बनाने की लैब चल रही थी। जिस पर नारकोटिक्स ब्यूरो टीम ने छापा मारा। लैब से 50 किलो से ज्यादा ड्रग्स बनाने की तैयारी थी। खुफिया सूत्रों की जानकारी पर टीम ने गरोठ तहसील के गांव खारखेड़ा में एमडी ड्रग्स बनाने की लैब पर दबिश दी, और आरोपी को धर-दबोचा।
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MP Politics: इधर पूरे मामले में राजनीति गर्म है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने BJP पर हमला करते हुए X पर लिखा कि, भोपाल के बाद अब गरोठ में भी ड्रग्स MD फैक्ट्री मिलना सबूत है कि, BJP ने शराब की तरह ड्रग्स माफिया को भी मंजूरी दी है। कांग्रेस का आरोप, अपराध के खिलाफ चिंता है या नशे के बहाने अवसरवादी सियायत।
एमपी के कई हिस्सों में ड्रग्स का कारोबार चलने की शिकायतें मिलती रहती हैं और इस कारोबार से जुड़े लोग पकड़े भी जाते हैं। मगर अब राज्य में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री के खुलासे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या, MP में ड्रग्स का जाल क्यों फैलते जा रहा है? क्या ड्रग्स की फैक्टी की भनक प्रशासन को देर से क्यों लगी? और क्या ड्रग के कारोबार का कोई पॉलिटिकल लिंक है?