इंदौर (मध्यप्रदेश), 22 नवंबर (भाषा) श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को कहा कि देश के नये राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके को 2023 में भारत के साथ अपनाए गए दृष्टि पत्र को पूरी तरह अमली जामा पहनाना चाहिए।
विक्रमसिंघे ने यह बात दिसानायके के दिसंबर में प्रस्तावित भारत दौरे से पहले कही।
यहां ‘‘श्री सत्य साईं विद्या विहार’’ विद्यालय के एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद विक्रमसिंघे ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से कहा,‘‘मेरे और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के (जुलाई 2023 में) दस्तखत किए गए दृष्टि पत्र में हमने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के क्षेत्र पहले ही तय कर रखे हैं।’’
उन्होंने दिसानायके के भारत दौरे के बारे में पूछे जाने पर कहा,‘‘मेरी राय है कि उन्हें (दिसानायके को) आगे बढ़ना चाहिए और हमें इस दृष्टिपत्र को पूरी तरह अमली जामा पहनाना चाहिए।’’
श्रीलंका के राष्ट्रपति के तौर पर विक्रमसिंघे जुलाई 2023 में जब भारत आए थे, तब उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ विविध विषयों पर विस्तृत चर्चा की थी। उस वक्त दोनों देशों ने आर्थिक गठजोड़ को विस्तार देने के लिए एक महत्वाकांक्षी दृष्टिपत्र भी अपनाया था।
विक्रमसिंघे ने ‘श्री सत्य साईं विद्या विहार’ में खेल परिसर का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने ‘‘साझी विरासत : भारत और हिंद महासागर’’ विषय पर श्रोताओं को संबोधित किया।
उन्होंने श्रीलंका के अभूतपूर्व आर्थिक संकट के दौरान भारत की सहायता का जिक्र करते हुए कहा कि उनका देश अपने इतिहास के सबसे मुश्किल वक्त में इस विरासत से लाभान्वित हुआ है।
विक्रमसिंघे ने इस मदद के लिए प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार भी जताया।
उन्होंने अलग-अलग उदाहरण देते हुए कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच प्राचीन काल से धार्मिक, व्यापारिक, भाषाई और सांस्कृतिक रिश्ते रहे हैं।
भाषा हर्ष राजकुमार
राजकुमार