धार। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले मे सूखे बोरवेल मे गिरने से मासूम की मौत की घटना को दो सप्ताह भी नहीं हुए और एक और लापरवाही की तस्वीर धार जिले से सामने आई। दरअसल, एक निर्माणाधीन वेयर हाउस के पास बने कुए नुमा कच्चे गड्डे में गिरने से दो मासूमों की मौत हो गई। दोनों की उम्र लगभग 10 वर्ष थी। धार शहर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थिति ग्राम गुणावद में पानी के गड्ढे में डूबने से दो बालकों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार गुणावद में निर्माणाधीन वेयरहाउस के पास एक गड्ढा है। इसमें पानी भरा हुआ था । मंगलवार शाम को हर्षित और विराट घर से खेलने का कहकर बाहर निकले थे। इस बीच दोनों वेयरहाउस के पास जा पहुंचे, जहां संभावना जताई जा रही है की दोनों ही बालक नहाने के लिए गड्ढे में कूदे इसमें वह डूब गए। जब ग्रामीणों से स्वजनों को बच्चों के डूबने की जानकारी दी तो उन्होंने उन्हें गड्डे से बाहर निकाला शहर के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। इसके बाद स्वजन दोनों बालकों को जिला अस्पताल लेकर आए, जहां डाक्टर ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार यह वेयर हाउस पदमेश का है। बताया जा रहा है कि वेयर हाउस में चौकीदार नहीं था, लिहाजा बच्चे वेयर हाउस के पास बने गड्ढे में नहाने के दौरान हादसे का शिकार हो गए। यदि चौकीदार होता तो बच्चों को जाने से रोक देता और यह घटना घटित नहीं होती। बताया जा रहा कि होली के दिन भी बच्चे गड्ढे में नहाने गए थे, उस दौरान पानी कम था, लेकिन कल गड्ढे को पानी से लबालब भर दिया और बच्चों को इस बात का अंदाजा नहीं रहा और बच्चों की डूबने के कारण मौत हो गई।
परिजन राहुल पटेल ने बताया कि बच्चे गड्ढे के पास पहुंच गए हमें इस बात का पता नहीं था। लापरवाही वेयर हाउस संचालक की और ठेकेदार की है। इन लोगों के द्वारा सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए। परिजनों ने भैरव संचालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इधर घटना के बाद भोज हॉस्पिटल के चिकित्सक ने बताया कि दोनों बच्चे को मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था, जन का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। IBC24 से अमित वर्मा की रिपोर्ट