धार। जिले के बाग नगर में बीती रात से चंद घण्टो में इतना मूसलाधार पानी बरसा की क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर आ गए। लोगों के घरों में घुटनों घुटनों तक पानी घुस गया, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया। लोगों को अपने घरों की छतों का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान कई रहवासियों का घर गृहस्थी का सामान तैरता नजर आया। कई लोग कहते सुने गए कि इतनी बारिश उन्होंने वर्षो बाद देखी है।
दरअसल धार जिले के कुक्षी के बाग क्षेत्र में बीती रात्रि करीब 2 बजे से मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हुआ, जो सुबह करीब 8 बजे तक लगातार जारी रहा । ऐसे में नगर के नदी नाले उफान पर आ गए ओर दशकों बाद लोगों के घरों में घुटनों-घुटनों तक पानी भर गया। इस दौरान लोगों के जरूरत का रोजमर्रा का सामान भी पानी में तैरता नजर आया। खानपान की सामग्री बिस्तर आदि पानी की भेंट चढ़ गए। बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी आफत की इस बारिश में बाढ़ के पानी से बचने घर की छतों का सहारा लेते नजर आए। वहीं, नगर की शिमला चौपाटी स्थित गंदी नाला में बाढ़ की स्थिति देखने को मिली। नगर के कई व्यापारियों की दुकानों में पानी घुस गया, जिससे भारी नुकसान की बात कही जा रही है।
कुछ ही दिनों पूर्व नगर में हुए डामरीकरण भी इस तेज बारिश को नहीं झेल पाया और डामर की परते पूरी तरह से उखड़ गई और बड़े-बड़े गड्ढे नजर आने लगे। इधर लगभग एक दशक बाद बाघनी नदी उफान पर है और बाढ़ का पानी नदी के पुल को छूकर जा रहा है, जो लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया। बड़ी संख्या में सुबह होते ही लोग नदी में आई बाढ़ का पानी देखने पहुंचे और बच्चे खासे उत्साहित दिखे। इधर दशकों बाद गंदे नाला में आए उफान के चलते घंटो तक नगर के हिस्से का यातायात प्रभावित रहा।
तेज बारिश के चलते रात से ही विद्युत सप्लाई बंद रहा, जिससे लोगों को काफी कठिनाई अभी हो रही है। क्षेत्रवासियों के अनुसार ऐसी बारिश उन्होंने पहली बार देखी है। इधर लबालब बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं। वहीं, बाग़ क्षेत्र के प्रसिध्द बड़केश्वर महादेव मंदिर के पुल पर बाढ़ का पानी आने से मंदिर का रास्ता भी बंद हो गया है। वहीं, प्रशासन की टीम भी क्षेत्र में सावधानी बरते हुए हैं और किसी भी प्रकार की घटना ना घटे उसको लेकर टीम मुस्तैदी से काम कर रही है। रात भर में हुई बारिश करीब साढ़े आठ इंच बताई जा रही है। IBC24 से अमित वर्मा की रिपोर्ट