भोपाल : Dastak Abhiyan 2.0 is not getting support : मध्यप्रदेश ने कोरोना वैक्सीनेशन में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दरअसल प्रदेश में जब से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक वैक्सीन के 12 करोड़ डोज लोगों को लगाएं जा चुके है। लेकिन जहां एक ओर प्रदेश ने यह नई उपलब्धि हासिल की है, तो वहीं दूसरी ओर अब वैक्सीनेशन की रफतार काफी धीमी पड़ गई है। आलम यह है कि वैक्सीन कवरेज को बढ़ाने के लिए 1 जून से सरकार ने दस्तक अभियान 2.0 का शुरूआत की थी, जिसमें अभी तक कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है।
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Dastak Abhiyan 2.0 is not getting support : प्रदेश में खासतौर पर बुजुर्गों को प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए दस्तक अभियान 2.0 की शुरूआत की गयी थी। जिसके बाद अब तक 35 फीसदी बुजुर्गों को ही वैक्सीन की डोज लग पायी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दस्तक अभियान के तहत 2 लाख 82 हजार बुजुर्गों को प्रिकॉशन डोज लगाया गया है और बचे हुए करीब 24 हजार लोगों को दूसरा डोज लग चुका है।
Dastak Abhiyan 2.0 is not getting support : इसके अलावा 18 साल से ज्यादा उम्र वाले को अभी तक 70 हजार सेकेंड डोज लगाया गया है। वहीँ 12 से 14 साल के बच्चों को 1 लाख 61 हजार सेकंड डोज लग चुके है। आंकड़ों के मुताबिक लगातार कोशिशों के बाद भी वैक्सीन का कवरेज काफी धीमी गति से चल रहा है। जबकि प्रदेश में संक्रमण एक बार फिर से अपने पैर पसार रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि पिछले बार की तरह इस बार भी सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को ही है।
Dastak Abhiyan 2.0 is not getting support : अगर मध्यप्रदेश की बात की जाए तो पिछले 10 दिनों में प्रदेश में 3 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है, वहीं इस बारे में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि बूस्टर डोज लगवाना या नहीं लगवाना लोगों पर ही निर्भर करता है।