Congress’s promise letter in MP assembly elections : भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस बीजेपी की पुरानी पिच पर पूरी ताकत के साथ खेल रही है। कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में धर्म आस्था के लिए अलग से पेपर बनाकर ये साफ कर दिया है कि कांग्रेस हिंदुओं के वोट को आसानी से बीजेपी के पाले में नहीं जाने देगी। अब कांग्रेस को संतों का भी समर्थन मिलने लगा है। खैर ऐसा नहीं है कि इस एजेंडे पर बीजेपी कांग्रेस को वॉकओवर देगी। बीजेपी भी दम से ये बताने की कोशिश कर रही है कि धर्म कर्म से जुड़े जितने काम बीजेपी ने किये हैं उतने कांग्रेस ने 70 सालों में नहीं किए।
Congress’s promise letter in MP assembly elections : कांग्रेस ने सत्ता हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। कांग्रेस ने हिंदुत्व के एजेंडे के जरिए बहुसंख्यक आबादी के दिल में उतरने की कोशिश शुरु कर दी है। शुरुआत कांग्रेस ने अपने वचनपत्र से की है। कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में राम वन गमन पथ के निर्माण,श्रीलंका में सीता मंदिर निर्माण,सिद्ध मंदिरों में टिकिट परम्परा खत्म करने,परशुराम मंदिर बनाने,चित्रकूट में श्रीराम के सखा निषादराज और केवटराज की प्रतिमा स्थापित करने,श्रवण कुमार मातृ-पितृभक्ति योजना शुरु करने,महंतों पुजारियों को सम्मान निधि औऱ बीमा देने,महाकाल और ओंकारेश्वर मंदिर में सुरक्षा पुख्ता करने,रीवा में संत कबीर पीठ व मुरैना में संत रविदास पीठ बनाने,बाबा साहेब अम्बेडकर की मानवता की मूर्ति स्थापित करने और बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्मस्थली को राष्ट्रीय स्मारक बनाने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के बाद कांग्रेस खुश है क्योंकि कांग्रेस के इस एजेंडे पर मध्यप्रदेश के संतों की मुहर भी लगने लगी है।
हालांकि बीजेपी भी ये दावा कर रही है कि हिंदुओं की असल हमदर्द बीजेपी ही है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि शिवराज सरकार ने बुजुर्गों को हवाईजहाज़ से तीर्थदर्शन करवाया है। सागर में संत रविदास का भव्य स्मारक बन रहा है। मध्यप्रदेश में हजारों करोड़ की लागत से 11 सिद्ध मंदिरों का लोक बन रहा है। बीजेपी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि कांग्रेस सिर्फ ढोंग करती है।
जाहिर है कि मध्यप्रदेश में अब कांग्रेस ने बीजेपी का बड़ा एजेंडा हथिया लिया है। कांग्रेस बीजेपी की पिच पर जोरदार बल्लेबाजी कर रही है लेकिन बीजेपी भी अपने धर्म कर्म के काम गिनाकर जनता से आशीर्वाद मांग रही है। दोनों दलों के तेवर देखकर ये तो तय है कि इस बार मुकाबला तगड़ा होने वाला है।