रिपोर्ट- नवीन कुमार सिंह, भोपाल: Congress will announce candidates पंचायत और निकाय चुनाव सिर पर हैं, जिसे कांग्रेस ने आगे बढ़कर सेमीफाइनल माना भी है। यानी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर डेढ़ साल पहले ही कांग्रेस बेहद फिक्रबंद नज़र आ रही है। इसलिए कांग्रेस के निशाने पर बीजेपी के 70 अभेद किले हैं और कांग्रसे के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन किलों में सेंध लगाने की है। बीजेपी के क्षत्रपों को सियासी चक्रव्यूह उलझाने की है, जिसके लिए कांग्रेस इन विधानसभा सीटों पर 6 महीने पहले ही अपने प्रत्याशी ऐलान कर देगी।
Congress will announce candidates एमपी कांग्रेस ने मिशन 2023 की तैयारियां शुरू कर दी है, ताबड़तोड़ बैठकें हो रही हैं। विधायकों को जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। बीजेपी सरकार के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। लेकिन कांग्रेस की सबसे बड़ी चिंता ये है कि बीजेपी के मजबूत किलों में कैसे सेंध लगाया जाए। लिहाजा कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में ये तय किया है कि बीजेपी के दिग्गजों को शिकस्त दने अभी से उन सीटों पर मेहनत करनी होगी।
दरसअल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने विधानसभा चुनाव को लेकर हर सीट का सर्वे कराया है। इसमें 70 सीटें ऐसी छांटी गई हैं, जहां कभी जातिगत समीकरण के आधार पर टिकट दिए गए तो कभी नए चेहरे को मौका दिया गया फिर भी पार्टी को जीत नहीं मिली। ऐसे में कांग्रेस ने तय किया है कि पार्टी इन 70 सीटों पर 6 महीने पहले ही अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। हालांकि बीजेपी नेता कांग्रेस के इस कदम पर चुटकी ले रहे हैं।
बीजेपी क्षत्रपों के किले में सेंध लगाने और सामाजिक, जातिगत, राजनीतिक समीकरण साधने के लिए कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को हर सीट की तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र होगा कि किन जातियों के वोट हासिल कर अब तक बीजेपी के दिग्गज जीतते रहे हैं। माना जा रहा है कि अरुण यादव की इस रिपोर्ट और कमलनाथ के सर्वे के आधार पर ही पार्टी 6 महीने पहले इन 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित करेगी।