Congress Protest in Bhopal : भोपाल। लोकसभा और राज्यसभा से विपक्ष के 146 सांसदों के निलंबन के विरोध में नई दिल्ली जंतर मंतर समेत पूरे देश में कांग्रेस का प्रदर्शन देखा जा रहा है। वहीं इस बीच राजधानी भोपाल में भी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने प्रदर्शन किया। रोशनपुरा चौराहा पर इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, बीजेपी ने चुनाव में शिवराज का चेहरा दिखाया और परिणाम के बाद सीएम बदल दिया। तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के चयन की प्रक्रिया को देखें। क्या विधायकों को अपनी पसंद का मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार नहीं है। शिवराज ने अपने वादे और विचार प्रदेश की जनता को बताए और उन्हें ही किनारे कर दिया गया।
Congress Protest in Bhopal : भोपाल में कांग्रेस के प्रदर्शन में जीतू पटवारी ने कहा, विधानसभा और लोकसभा लोकतंत्र के मंदिर हैं। इसमें जनता की समस्याओं के समाधान को लेकर सवाल होते हैं। भाजपा ने इस ताकत को चकनाचूर किया है। इस अहसास को मैं जी सकता हूं। पिछले सत्र में मुझे जिस तरह से निलंबित किया गया, वह एक उदाहरण है। ये तानाशाही है। भोपाल में प्रदर्शन में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भी मौजूद हैं। कांग्रेस केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों और सांसदों के निलंबन का विरोध कर रही है।
जीतू पटवारी ने आंदोलन में ऐलान किया कि किसानों को समर्थन मूल्य और बीमा राहत राशि नहीं मिली तो कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी। वहीं जीतू पटवारी ने EVM पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आज चुनाव प्रणाली पर प्रश्न उठने लगे है। कई कोर्ट में केस लगे है। लोकतंत्र में कैसे कैसे सवाल evm पर उठने लगे है। हमारे देश में जिस तरह के चुनाव रिजल्ट आते है उस पर विश्वास नहीं होता,आम आदमी को विश्वास नहीं होता।
लोकसभा और विधानसभा में जनप्रतिनिधि की आवाज उनके निर्वाचन क्षेत्र की जनता की आवाज होती है, लोकतंत्र के मंदिर में उस आवाज को इस प्रकार कुचलना लोकतंत्र की हत्या हैI
मोदी सरकार इस प्रकार के कृत्य से तानाशाही की पराकाष्ठा को पार कर रही हैI pic.twitter.com/GNgN7HZxXM
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) December 22, 2023
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आगे पटवारी ने कहा कि मोदी के आने के बाद जनप्रतिनिधियों का दल-बदल बढ़ गया है। पिछले सत्र में विधानसभा में मुझे गलत तरीके से निलंबित किया था। ये लोकतंत्र की हत्या है। भाजपा में अंदर भी लोकतंत्र नहीं बची है। वहां भी मोदी की तानाशाही चल रही है। भाजपा का पिछला घोषणा पत्र ही पूरा नहीं हुआ। 18 हजार से अधिक घोषणा अधूरा है, हम लोकतंत्र के लिए लड़ते रहेंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख का कहना है, “विपक्षी सांसदों को संसद से निलंबित कर दिया गया। यह बिल्कुल भी लोकतांत्रिक नहीं है क्योंकि इसने उन सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से संबंधित सवाल उठाने की अनुमति नहीं दी। देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।”