भोपाल, 18 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत राज्य के कई पार्टी नेताओं ने बुधवार को समाज सुधारक डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शाह को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) डॉ. आंबेडकर का सम्मान नहीं करती और संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने आंबेडकर पर शाह की टिप्पणी के विरोध में शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन राज्य विधानसभा से बहिगर्मन किया और उनसे तत्काल माफी मांगने को कहा।
सदन में उस समय हंगामा हुआ, जब सिंघार ने शाह के खिलाफ टिप्पणी की। इस पर राज्य के संसदीय कार्य मंत्री और अन्य भाजपा सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया।
हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई और कांग्रेस सदस्यों ने आसन के सामने शाह के खिलाफ नारेबाजी की।
विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में सिंघार ने कहा, ‘भाजपा हमेशा से संविधान को बदलने की कोशिश करती रही है। वह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का सम्मान नहीं करती। भाजपा संविधान की आत्मा को मारने की कोशिश कर रही है। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार और शाह को इसके लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए।’
उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता के खिलाफ टिप्पणी अनुचित थी और यह देश के दलितों, आदिवासियों और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय का अपमान है।
सिंघार ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि सत्ताधारी पार्टी संविधान बनाने वाले व्यक्ति को भूल गई है।’
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख पटवारी ने शाह की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘पूरा देश डॉ. आंबेडकर को नायक मानता है और देश के नागरिक उनका अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’
मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा के दौरान शाह ने आंबेडकर पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, ‘अभी एक फैशन हो गया है-आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’
भाषा
दिमो पारुल
पारुल