ग्वालियरः स्कूली बच्चों के लिए शुरू की गई मध्याह्न भोजन योजना यानी मिड डे मील उन योजनाओं में शामिल है, जो अक्सर ख़ामियों और भ्रष्टाचार की वजह से चर्चित रहती है। ऐसा ही एक मामला एक बार फिर ग्वालियर से सामने आया है। यहां प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान ही मिड डे मील की पोल खुल गई। यहां बच्चों के लिए बनाए की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। कलेक्टर रुचिका चौहान ने खाना चखने के बाद नाराज हो गई।
दरअसल, मध्यप्रदेश सरकार नए शिक्षण सत्र में अधिक से अधिक बच्चों के प्रवेश के लिए प्रवेशोत्सव कार्यक्रम चला रही है। इसी के तहत कलेक्टर रुचिका चौहान कन्या विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने बच्चों के लिए बनाए गए मध्यान्ह भोजन को चखा। भोजन की गुणवत्ता ठीक नहीं होने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और संबंधित कंपनी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।