Karum dam: भोपाल। धार जिले के कारम डेम का रिसाव रोकने के लिए सेना ने कमान संभाल ली है। वहीं प्रशासनिक टीम भी मुस्तैद है। मुख्यमंत्री शिवराज ने सिचुएशन रूम से खाली कराए गए एक-एक गांव की वस्तुस्थिति की समीक्षा की। इस बीच उन्होंने बांध में रिसाव को लेकर विशेष बैठक ली। सीएम ने सिंचाई परियोजना के निर्माणाधीन बांध से जनता की सुरक्षा के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों के सहयोग से सुरक्षित जगह ले जाने के भी निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने धार कलेक्टर और अधिकारियों का हौसला बढ़ाया। कहा कि जीवन में कभी-कभी ऐसे अवसर आते हैं जब हमको सामने आकर के सारी कठिनाइयों से लड़ना होता है। अपनी बुद्धिमत्ता का प्रयोग करते हुए, अपनी तत्परता का प्रयोग करते हुए हमें जनधन, पशुध की रक्षा करनी है।
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Karum dam: सीएम ने कहा ये परीक्षा की घड़ी है। सीएम ने युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए। बांध की स्थिति को लेकर सीएम ने पीएम मोदी से भी चर्चा की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाईपास चैनल बन जाए जिससे पानी बाईपास करके निकाला जा सके। हम लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। विशेषज्ञों से सलाह मशवरा कर रहे हैं। भाइयों बहनों से मेरी प्रार्थना है कि कृपा कर प्रशासन का सहयोग करें। अपने पशुओं को भी गांव में ना रहने दे। प्रशासन की टीम पूरी लगी हुई हैं, जनप्रतिनिधि लगे हुए हैं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवक भी लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री चौहान सिचुएशन रूम से खाली कराए गए एक-एक गांव की वस्तुस्थिति की समीक्षा की। राहत कैंप की जानकारी सहित वहां की व्यवस्थाओं से संबंधित निर्देश दिए।
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Karum dam: धार जिले में 300 करोड़ के निर्माणाधीन कारम डैम में लीकेज के मामले में कांग्रेस ने 8 सदस्यों का जांच दल गठित किया है। जांच दल मौके पर जाकर पूरे मामले की जांच कर पीसीसी चीफ कमलनाथ को रिपोर्ट सौपेंगा। कांग्रेस का दावा है कि डैम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। कांग्रेस नेताओं की तरफ से ये भी दावा किया जा रहा है कि कारम सिंचाई परियोजना के खिलाफ ईओडब्लू में पहले ही प्रकरण दर्ज है। ई टेंडर में टेंपरिंग के जरिए ठेका लेने का आरोप ठेकेदार पर लग चुका है। जिसका विधानसभा के सत्र में जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने लिखित में जवाब भी दिया है।