भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने परशुराम जयंती पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सब धन्य हैं। आज भगवान परशुराम का अवतरण दिवस है। महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी जी भगवान की प्रतिमा का अनावरण करने आए हैं। इस मौके पर CM शिवराज ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भगवान परशुराम के चरित्र को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। इसके लिए पाठ्यक्रम समिति को बुलाकर निर्देश देंगे। संस्कृत पढ़ने वाले बालकों के लिए स्कॉलरशिप शुरू की जाएगी।
सीएम ने कहा कि मंदिर से लगी हुई जमीन सरकार नीलाम नहीं करेगी। इसके लिए समिति बनाई जाएगी। मंदिरों का संचालन पंडित करें, वहीं व्यवस्था भी करें। सरकार कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी। पुजारिओं का मानदेय 5 हजार रुपए होगा। ये हमारा सौभाग्य है कि आज अक्षय तृतीया है। आज कई बेटियां परिणय सूत्र से बंधेंगी। मैं बेटी- दामाद को शुभकामनाएं देता हूं।
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सीएम ने कहा कि भगवान परशुराम का जन्म तब हुआ था, जब समाज में अराजकता बढ़ रही थी। ऋषियों की हत्या की जा रही थी। भगवान ने ऐसे दुष्टों के खिलाफ अस्त्र उठाया। आज भी समाज में असमाजिक तत्वों के लिए कानून का सहारा लेना पड़ रहा है। बुलडोजर के बहाने इशारा करते हुए कहा कि भगवान परशुराम प्रेरणा देते हैं कि दुष्टों को कुचल देना चाहिए। ऐसे दुष्टों को कुचलने का अभियान जारी रहेगा।
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इस दौरान सीएम ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा की बातों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जो बातें आलोक ने कहीं हैं, उसमें तर्क है। हम किसी एक के लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए काम करते हैं। वहीं महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने CM की तारीफ करते हुए कहा कि CM शिवराज की प्रसिद्धि न केवल प्रदेश बल्कि हर जगह के लिए है। सीएम शिवराज आने वाला बड़ा भविष्य है। प्रदेश की कमान एक श्रेष्ठ व्यक्ति के हाथों में है।