Reported By: Sourabh Dubey
,शिवम दत्त तिवारी, सागरः MP News मध्यप्रदेश के सागर जिले के रहली तहसील के पटना बुजुर्ग में हैजा का कहर देखने को मिल रहा है। बीते कुछ ही दिन में यहां 40 से ज्यादा ग्रामीण इससे प्रभावित हो चुके हैं। दूषित पानी के कारण हैजा की चपेट में आने वाले इन ग्रामीणों को गांव पटना बुजुर्ग की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के चलते इलाज के लिए सीधे जिला अस्पताल सागर भेजा जा रहा है। महामारी से बचाव के लिए ग्रामीणों ने स्वास्थ्य्य्य विभाग से शिविर लगाने और दूषित पानी की जांच कराने की मांग की है।
MP News ग्रामीणों के अनुसार गांव में फैल रही इस महामारी के लिए गांव में ओवरहेड टैंक से सप्लाई होने वाला दूषित पानी जिम्मेदार है। टंकी की सफाई नहीं होने से पानी में कीड़ों पनप रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ना तो अब तक कोई जांच कराई गई है और ना ही कोई भी जिम्मेदार अब तक यहां सर्वे के लिए आया है। प्रशासनिक अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद खोलने के लिए अब मजबूर होकर ग्रामवासियों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एक आवेदन पत्र दिया हैं जिसमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक कैंप लगाया जाने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ग्राम पटना में बने अस्पताल में डॉक्टर और नर्स बहुत ही कम उपस्थित रहते हैं। यहां तक कि प्राथमिक उपचार की सामग्री के लिए भी ग्रामीणों को गांव से बाहर का रास्ता देखना पड़ता है। सामुदायिक स्वास्थ्य्य्य केंद्र के चिकित्सक बसंत नेमा की मानें तो सभी मरीजों को विशेष इलाज मुहैया कराया जा रहा है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी 24 घंटे सेवाएं उपलब्ध हैं।