Children's burden will be reduced, homework will also give relief, new

कम होगा बच्चों के बस्ते का बोझ, होमवर्क से भी मिलेगी राहत, जारी हुई नई पॉलिसी, स्कूलों को फॉलो करने होंगे ये नए नियम

School Bag Policy-2020: कम होगा बच्चों के बस्ते बोझ, होमवर्क से भी मिलेगी राहत, new policy issued, schools will have to follow these new rules

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:31 PM IST
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Published Date: September 2, 2022 10:16 am IST

भोपाल।School Bag Policy-2020: मध्य प्रदेश के सभी सरकारी, गैर सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों में अब बच्चों पर बस्तों और होमवर्क का बोझ कम होगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने 2019 के आदेश को रद्द कर नए सिरे से अपनी स्कूल बैग पॉलिसी-2020 जारी की है। इस पॉलिसी के अनुसार, कक्षा पहली से 5वीं तक के बच्चों के बस्ते का वजन 1.6 से 2.5 किग्रा रहेगा।

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School Bag Policy-2020: बता दे कि बस्ते में राज्य सरकार और एनसीईआरटी द्वारा तय की गई पुस्तकों को ही रखा जाएगा, जबकि दूसरी क्लास तक के विद्यार्थियों को अब होमवर्क नहीं दिया जा सकेगा। कक्षा 3 से 5वीं तक सप्ताह में 2 घंटे, 6वीं से 8वीं तक प्रतिदिन 1 घंटे और 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को हर दिन अधिकतम 2 घंटे का होमवर्क ही देना होगा।

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School Bag Policy-2020: स्कूल को अपने नोटिस बोर्ड पर बस्ते के वजन का चार्ट लगाना होगा। कंप्यूटर, नैतिक शिक्षा और सामान्य ज्ञान की कक्षाएं बिना पुस्तकों के लगानी होगी। सप्ताह में एक दिन बच्चों को बिना बैग के बुलाना होगा, जिसमें वोकेशनल एक्टिविटी करानी होगी। अब डीईओ को हर तीन महीने में स्कूलों में जाकर रेंडमली बस्तों का वजन जानना होगा।

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