Return to India from Chicago: विलायत में फंसे पंडित जी 14 साल बाद लौटे भारत.. वीजा अवधि ख़त्म होने पर फंसे रह गये थे शिकागो में, पढ़े पूरा दिलचस्प वाकया

An Indian stuck in America for 14 years कृष्ण कुमार द्विवेदी पुत्र बाबूराम द्विवेदी जो अपने घर से 2008 में स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती चैरिटेबल ट्रस्ट नैनी इलाहाबाद गए थे।

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  • Publish Date - October 10, 2024 / 07:30 PM IST,
    Updated On - October 10, 2024 / 07:30 PM IST

An Indian stuck in America for 14 years: छतरपुर: कभी-कभी हमारा शौक ही हमारे गले की हड्डी यानी परेशानी का सबब बन जाता है। और फिर इस समस्या को सुलझने में लंबा वक़्त गुजर जाता हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश जिले के छतरपुर का है। यहाँ के एक पंडित जय का विदेश जाना ही उनके लिए बड़ी समस्या बन गया और फिर जब वह इस समस्या से बाहर आ पाते तब तक 14 साल बीत चुके थे।

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क्या है मामला?

An Indian stuck in America for 14 years दरअसल छतरपुर जिले के जुझारनगर थानाक्षेत्र में रहने वाले कृष्ण कुमार द्विवेदी को पता नहीं था कि भारत से अमेरिका जाना तो आसान होगा, लेकिन लौटना कितना मुश्किल होगा। यह यह बात उन्होंने बीते 14 सालों में महसूस किया। वीजा की समय अवधि खत्म होने के कारण वह वह शिकागो में ही फंसकर रह गए थे। जहां से वह 14 साल बाद अपने स्वदेश आ सके हैं। अपने गांव पहुंचकर उन्होंने राहत की सांस ली।

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कैसे पहुंचे शिकागो?

An Indian stuck in America for 14 years कृष्ण कुमार द्विवेदी पुत्र बाबूराम द्विवेदी जो अपने घर से 2008 में स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती चैरिटेबल ट्रस्ट नैनी इलाहाबाद गए थे। जिनका अच्छा कार्य होने पर संस्था की तरफ से उन्हें 26 जनवरी 2011 को 50 महर्षि वैदिक पंडितों के साथ अमेरिका शिकागो भेजा गया। जहां संस्था के नियम अनुसार जिस वैदिक पंडित का आचरण अच्छा हुआ तो उसे 2 वर्ष की जगह 3 वर्ष वैदिक महर्षि आश्रम शिकागो में रहने को मिल जाता था। लेकिन कृष्ण कुमार द्विवेदी उन 50 वैदिक पंडितों में से कुछ वैदिक पंडितों के साथ अलग होकर शिकागो सिटी घूमने चले गए। जहां वो उस संस्था से 6 दिन बाहर रहे। वहीं वह अपने लिए नौकरी की तलाश करने लगे। जबकि उन्हें यह मालूम नहीं था कि शिकागो में रुकने के लिए एक समय सीमा निर्धारित होती है।

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