BJP and Congress Preparations
भोपाल: मध्यप्रदेश में खंडवा लोकसभा औऱ रैगांव, पृथ्वीपुर तथा जोबट विधानसभा सीटों पर उप चुनाव का काउंट डाउन शुरू हो गया है, दोनों दलों में टिकट के लिए मंथन जारी है। कांग्रेस ने पृथ्वीपुर सीट पर प्रत्याशी की घोषणा कर दी है नितेंद्र सिंह राठौर को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी में अपना टिकट नहीं होता देख दावेदार समर्थको से प्रदर्शन कर नेतृत्व पर दबाव भी बना रहे है। दावेदारों और नेताओं को संतुष्ट करने की कोशिश भी की जा रही है। खंडवा लोकसभा सीट पर पेंच फंसा है.कांग्रेस में भी खंडवा संकट बना हुआ है, उठापटक वहां भी तेज हो गई है। लेकिन प्रत्याशी चयन के बीच चुनाव के मुद्दे क्या होंगे इनपर भी चर्चा शुरू हो गई है। उपचुनावों में जीत बीजेपी के लिए आसान नहीं है क्योंकि कोरोना के बाद उपजी समस्याओं से लोगों में भारी असंतोष है, महंगाई और रोजगार बड़ा मुद्दा बना हुआ है, बिजली संकट ने भी किसानों की परेशानी बढ़ा रखी है। वहीं मोदी और शिवराज का चेहरा कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी करेगा।
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मध्यप्रदेश में 4 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के टिकटों के लिए घमासान मचा हुआ है। एक तरफ जहां कांग्रेस में टिकट के लिए उठापटक चल रही है, तो वहीं बीजेपी में भी असंतोष कम नहीं है। बीजेपी में टिकटों के लिए बैठकें का दौर लगातार जारी है। टिकट के साथ-साथ इस उपचुनाव के मुद्दे भी दोनों दलों के लिए प्रमुख हथियार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमें जीतने वाला उम्मीदवार चाहिए, हमने सर्वे कराएं है, सभी से विचार-विमर्श किया है, शीघ्र ही प्रत्याशी घोषित करेंगे। साथ ही उन्होंने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि कि आज प्रश्न उपचुनाव का नहीं है बल्कि मध्यप्रदेश में बढ़ रहे अपराधिक मामले का है। आज अपराध के क्षेत्र में मध्य प्रदेश नंबर वन है।
सत्तारूढ़ बीजेपी चारों सीटें जीत कर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव का आधार मजबूत करना चाहती है। लेकिन दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद पार्टी काफी सतर्क है और उसे जीत की राह आसान नहीं लग रही है। हालांकि बीजेपी ने अपने सबसे मजबूत और लोकप्रिय चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का चेहरा आगे कर दिया है। बीजेपी ने अपने नेताओं को मैदान में उतार दिया है। सीएम शिवराज ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले उपचुनाव वाले क्षेत्रो में हजार करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात दे चुके है, प्रदेश सरकार के मंत्री क्षेत्रों में एक्टिव होकर जनता के मुद्दे सुन समाधान कर रहे है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि हम अपने काम के आधार पर संग़ठन तंत्र के आधार पर सात्विक विचारो के आधार पर गरीब कल्याण की योजनाओं पर मैदान में है।
इन उपचुनाव को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक बार फिर चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं। बीजेपी जहां केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के विकास मॉडल को आगे रखकर वोट मांगेगी। तो वहीं कांग्रेस दमोह उपचुनाव जीत के मॉडल पर भरोसा है। तो वहीं महंगाई, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, दलितों और आदिवासी पर अत्याचार, जैसे मुद्दे लेकर जनता से संवाद करेगी।