रिपोर्ट- नवीन कुमार सिंह, भोपाल: Business Boycott in Khargone खरगोन में हिंसा आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि फिर माहौल खराब करने की कोशिशें शुरु हो गईं हैं। खरगोन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें समुदाय विशेष की दुकानों से सामान न खरीदने की अपील की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि जिन दंगाईयों ने उनके घरों में पत्थर फेंके हैं, उनका आर्थिक बहिष्कार किया जाएगा। हालांकि खरगोन पुलिस ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल शुरु कर दी है। उधर दंगाइयों के आर्थिक बहिष्कार पर बीजेपी कांग्रेस आमने सामने है।
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Business Boycott in Khargone दूसरी ओर महाराष्ट्र के बाद मध्यप्रदेश में भी लाउडस्पीकर पर अज़ान और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद गहरा गया है। इंदौर के मंदिरों में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पाठ की शुरुआत हो गई है। रविवार को चंद्रभागा स्थित प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर में शाम 6 बजे तक 4 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। हिंदू संगठनों ने जल्द ही दूसरे मंदिरों में भी लाउडस्पीकर लगाने का ऐलान किया है। कांग्रेस इसे इत्तेफाक नहीं रखती। जबकि बीजेपी सरकार के मंत्री दबी जुबान में भगवा ब्रिगेड के साथ नज़र आ रहे हैं।
दरअसल मध्यप्रदेश में डेढ़ साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्ता में वापसी के अरमान दोनों ही दलों के हैं। खरगोन हिंसा के बाद जिस तरह से मजहबी नफरत को बढ़ावा देने की कोशिश हो रही है, उससे सवाल उठ रहा है कि कब तक राजनीतिक दल अपने पॉलिटिकल एजेंडे के लिए आम आदमी इसी तरह मजहबी आग में झोंकती रहेगी?