Publish Date - January 31, 2025 / 06:41 AM IST,
Updated On - January 31, 2025 / 06:43 AM IST
बुरहानपुर : Burhanpur Gauvansh सारोला गांव में नंदी बैल के लापता होने की घटना ने ग्रामीणों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया था। इस घटना के विरोध में गांव में दुकानों की बंदी और शिकारपुरा थाना का घेराव किया गया। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, और साथ ही रासुका जैसी सख्त कानूनी धाराओं में मामला दर्ज करने की भी मांग की थी। पुलिस ने जांच के दौरान गांव के पास एक तालाब के आसपास गोवंश के अवशेष बरामद किए, जिसके बाद कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
Burhanpur Gauvansh सीएसपी गौरव पाटिल ने बताया कि गोवंश के अवशेष की फोरेंसिक जांच की जा रही है, और पूछताछ के लिए गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से जानकारी ली जा रही है। यह मामला न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि समग्र रूप से संवेदनशील हो गया है, क्योंकि इस घटना ने सांप्रदायिक और सामाजिक तनाव को जन्म दिया है।
सारोला गांव में नंदी बैल के लापता होने की घटना कब हुई थी?
यह घटना बुरहानपुर के सारोला गांव में हाल ही में घटी थी, जिसमें नंदी बैल के लापता होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया था।
ग्रामीणों ने शिकारपुरा थाने का घेराव क्यों किया?
नंदी बैल के लापता होने के बाद ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और शिकारपुरा थाने का घेराव किया था।
पुलिस ने गोवंश के अवशेष कहां से बरामद किए?
पुलिस ने गोवंश के अवशेष सारोला गांव के पास स्थित तालाब के इलाके से बरामद किए थे।
क्या पुलिस ने इस मामले में कोई गिरफ्तारियां की हैं?
हां, पुलिस ने कुछ संदेहियों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
क्या इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी?
हां, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, और ग्रामीणों की मांग पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।