खंडवाः Bride and Groom got married in hospital कभी-कभी फिल्मों की कहानियां समाज में सच होती नजर आती है। साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म “विवाह” की कहानी मध्यप्रदेश के खंडवा में सच होती नजर आई।परिवार वालों ने शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली थी। तीन दिन बाद दूल्हा और दुल्हन सात फेरे लेने वाले थे। इसी दौरान दुल्हन का एक्सीडेंट हो गया। लेकिन दूल्हे ने विपरीत परिस्थितियों में भी दुल्हन का साथ नहीं छोड़ा और समाज के लिए एक मिशाल पेश की। दूल्हा अपने दूल्हन से शादी करने अस्पताल पहुंच गया। दूल्हा-दुल्हन ने निजी अस्पताल के वार्ड में एक-दूसरे को माला पहनाकर साथ जीने और मरने की कसमें खाई। ये पूरा मामला मध्यप्रदेश के खडंवा जिले का है।
Bride and Groom got married in hospital उज्जैन के भेरूघाट में रहने वाले राजेंद्र पिता सौदान चौधरी खंडवा के एक निजी अस्पताल में भर्ती अपनी दुल्हन शिवानी को वरमाला पहनाई है। दरअसल दूल्हा-दुल्हन दोनों परिवार के लोग और रिश्तेदार खंडवा जिले के भगवानपुरा में रहते हैं। इसलिए 16 फरवरी को दोनो की शादी खंडवा के ही एक धर्मशाला में होनी थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। 13 फरवरी को शिवानी एक सड़क दुर्घटना में चोटिल हो गई। पैर तथा हाथ मे फ्रेक्चर होने के कारण डॉक्टरों ने बेड रेस्ट की सलाह दी।
जिसके बाद दोनों ही परिवार चिंता में पड़ गए, फिर राजेन्द्र ने शिवानी को उसी हाल में ब्याहने की ठानी और दोनों परिवारों ने बैठकर महाशिवरात्रि पर अस्पताल में ही शादी करने का निर्णय लिया। अस्पताल के जनरल वॉर्ड में जिस बेड पर शिवानी भर्ती है, उसे सजाया गया और शिवानी को दुल्हन के लिबास में तैयार किया गया। इधर शेरवानी और सेहरे में दूल्हे राजा राजेन्द्र भी तैयार होकर आए। पंडित जी के वैदिक मंत्रोपचार के बीच राजेन्द्र ने अस्पताल के बेड पर लेटी शिवानी को माला पहनाई।
मांग में सिंदूर भरकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा किया।
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शादी के बाद दोनों की खुशी का ठिकाना नही था, वहीं दोनो को खुश देखकर परिवार के लोगो ने भी खुशी से तालियां बजाई और शादी का जश्न मनाया। इस अनोखी शादी का गवाह अस्पताल का स्टाफ और दूल्हा-दुल्हन का परिवार बना।