Reported By: Prateek Mishra
,Phones banned for under 15s| Photo Credit: pinterest
Phones banned for under 15s: खंडवा। तकनीक के इस युग में मोबाइल का प्रभाव तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे सबसे ज्यादा छोटे बच्चे प्रभावित है। जो रील, शॉर्ट्स तथा कार्टून देखने के लिए मोबाइल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। मध्य प्रदेश के खंडवा में दाउदी बोहरा समाज ने बच्चों को मोबाइल की लत से बचाने के लिए एक अनूठा कदम उठाया है। समाज ने 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए मोबाइल के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।
बोहरा समाज द्वारा लिए गए इस फैसले को लागू करने के लिए समाज अब देश-दुनिया में फैले सभी अनुयायियों को प्रेरित कर रहे है। खंडवा में भी बोहरा समाज ने इसे लागू करना शुरू कर दिया है। दाऊदी बोहरा समाज खंडवा के रजब अली ने बताया कि, हमारे समाज के वरिष्ठ लोगों ने मोबाइल के प्रति बच्चों के ज्यादा लगाव को देखते हुए चिंता व्यक्त की थी। उनकी इस चिंता को देखते हुए बोहरा समाज ने बच्चों को मोबाइल से दूर रखने के लिए एक प्रयास किया है। आज कल साइबर अपराध बढ़ गए हैं, जिससे बड़े तक नहीं बच पाए है, तो बच्चे कैसे बचेंगे।
ज्यादातर बच्चों के पास माता-पिता के मोबाइल होते है। किसी ने कोई लिंक भेजना, ओटीपी भेजके खाते से पैसे निकाल लेना यह सब आजकल कॉमन बात हो गई है। बच्चे मोबाइल के आदि होते जा रहे हैं, स्कूल से आने के बाद बच्चे सीधे मोबाइल फोन की ओर भागते हैं। बच्चा दिनभर मोबाइल चलाएगा तो उसकी फिजिकल एक्टिविटी कैसे होगी? बच्चे मोबाइल से जितना दूर रहेंगे उनकी पढ़ाई–लिखाई दुरुस्त होगी। घर परिवार के साथ ज्यादा समय देंगे, तो हम एक अच्छे समाज की ओर आगे बढ़ेंगे। इसके साथ ही डॉक्टरों की माने तो मोबाइल फोन आंखों के लिए काफी नुकसान दाई होता है।
खंडवा के प्रसिद्ध आंखों के डॉ. सोमिल जैन ने बताया कि, ज्यादा समय बच्चे अगर मोबाइल फोन पर बिताते हैं, तो उनकी दूर की दृष्टि को काफी नुकसान होता है। आंखों में सूजन आना, जलन होना, आंखें लाल होना, चश्मे का नंबर आना यहां तक की ज्यादा मोबाइल देखते हैं, तो डिप्रेशन मैं जाने जैसी नौबत आ जाती है। डॉक्टर ने मोबाइल देखने के बारे में कुछ हिदायत भी पेरेंट्स के लिए दी है।