Umang Singhar In Assembly 2023: भोपाल। मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का आज चौथा और आखिरी दिन है। आज सदन में बुधवार को हुए राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा चल रही है। पक्ष और विपक्ष दोनों ही इस अभिभाषण पर चर्चा कर रहे है। इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने राज्यपाल के अभिभाषण के विरोध में बोला। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला।
Umang Singhar In Assembly 2023: नेता प्रतिपक्ष बोले पूर्व मुख्यमंत्री छिंदवाडा से लेकर यहां तक दौड़ते रहे। कई लोग दिल्ली से भेजे गए लेकिन मुख्यमंत्री नये बन गए। कैलाश जी ने सड़कों की बात की वरिष्ठ सदस्य है। मैं गारंटी देता हूं कि ये लाड़ली बहना को 3 हज़ार कभी नहीं दे पायेंगे। हम जब कॉलेज में पढ़ते थे ये इंदौर में थे सड़के बनी राज्य परिवहन की बस बंद हो गई। जब गरीब आदिवासी को अस्पताल गांव से जाने की ज़रूरत पड़ती है तो बसें नहीं होती है। ये एक मानवीय पहलू है। हम यहां घोषणा करते है,हम आम जनता के वादों को अधूरा छोड़ देते है। इसलिए इसपर आप विचार करें।
Umang Singhar In Assembly 2023: इस दौरान उन्होंने युवाओं की बात करते हुए कहा कि मैं युवाओं की छात्रवृत्ति की बात करना चाहूंगा। 250 रुपए आदिवासी को साल की दी जाती है। 18 साल से भाजपा न इसे नहीं बढ़ाया। मैं सत्ता के साथ नहीं सत्ता के सामान्तर रहना चाहता हूं। जो लाड़ली बहना 18 साल पहले पैदा हुई थी उसके पिता आज भी मजदूरी कर रहे है। मध्यप्रदेश में सड़के बनी लेकिन राज्य परिवहन बन्द हो गया। सड़कें तो है लेकिन गाड़ी नहीं है बस नहीं है। आम लोगों की भावनाओं को हम लोग पूरा नहीं कर पा रहे हैं। उधार का सिंदूर लेकर सरकार अपनी मांग भर रही है।
Umang Singhar In Assembly 2023: कामकाज को लेकर सरकार को श्वेत पत्र लाना चाहिए। एमपी में 18 साल पहले पैदा हुई लाड़ली लक्ष्मी आज भी मजदूरी कर रही है। हम लोग यहां वादे करते हैं लेकिन उसको पूरा करने में कमी छोड़ जाते है। आज भी प्रदेश में परिवहन के लिए संघष कर रहे हैं। हमने बसे चालू करने का वादा वचन पत्र में दिया था। आगे उन्होंने कहा कि आप वास्तव में चाहते है तो कल्चर से जोड़ कर एग्रीकल्चर पर आना पड़ेगा।
Umang Singhar In Assembly 2023: मध्य प्रदेश में शिक्षित बेरोज़गार की स्थिति है। एक लाख 12 हज़ार पंजीयन पोर्टल पर रजिस्टर है। आप दावा करते है की हर गांव में 24 घंटे बिजली दी है। अगर ये सही है तो मैं अभी नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा। मुझे पद की लालसा नहीं मैं पद के भरोसे नहीं रहता। चुनाव आता है तो बिजली के बिल माफ होते है, जाता है तो वसूल लिया जाता है।