Ayodhya saint warns suicide: सागर। जिले की सुरखी विधानसभा के ग्राम बरखेड़ा में स्थित अयोध्या के संस्थान के स्वामित्व वाले श्री जानकी रमण मंदिर के व्यवस्थापक जगदीश दास ने आत्महत्या करने की चेतावनी दी है, उन्होंने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत और एसडीएम सपना त्रिपाठी पर मंदिर की जमीन हड़पने का गंभीर आरोप लगाया, साथ ही कहा कि मंदिर की जमीन का 26 जनवरी 2023 तक नामांतरण नहीं हुआ तो वह सुसाईड लेंगे…।
महंत जगदीश दास ने बताया कि कोर्ट ने मंदिर की लगभग 125 एकड़ जमीन मंदिर के महंत के नाम पर वापस कर दी लेकिन एसडीएम कार्यालय में इसका नामांतरण लगभग 2 वर्षों से लंबित है, मंहत जहदीश दास ने बताया कि यह जमीन अयोध्या के ब्रह्मश्री डॉ रामविलास दास वेदांती संस्थान की है जिसका अठारवीं सदी तक का रिकार्ड मौजूद है।
अयोध्या के इस संस्थान द्वारा ही इन मंदिरों और सम्पतियों के प्रबंधक नियुक्त किये जाते रहे है लेकिन कुछ समय पूर्व सुरखी के विधायक और मंत्री गोविंद राजपूत और उनके भाई हीरा सिंह ने एक समिति का गठन कर मंदिर सहित भूमि पर कब्जा कर लिया है, इस कृत्य के खिलाफ हम न्यायालय भी गए जहां फैसला हमारे पक्ष में हुआ और अब मामला तहसील कार्यालय में लंबित है।
Ayodhya saint warns suicide: महंत जगदीश दास ने सागर एसडीएम सपना त्रिपाठी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि न्यायालय के आदेश के बाद भी भूमि का नामांतरण न कर पुराने दर्ज नाम इन्होंने विलोपित कर दिए है, महंत जगदीश दास ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 26 जनवरी 2023 तक मंदिर की भूमि के दस्तावेज न्यायालय के आदेशनुसार दुरुस्त नहीं किये गए तो वे आत्महत्या कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि मेरी मौत के जिम्मेदार मंत्री गोविंद राजपूत उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत और सागर एसडीएम सपना त्रिपाठी होंगी, महंत के इन आरोपों पर मंत्री के भाई हीरा सिंह राजपूत ने एक लिखित प्रेस नोट सोसल मीडिया में जारी किया है जिसमे उन्होंने सभी आरोपों को गलत बताया है।
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