Publish Date - January 11, 2025 / 12:54 PM IST,
Updated On - January 11, 2025 / 12:55 PM IST
भोपालः MP Congress Reshuffle मध्यप्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर बड़ा फेरबदल हो सकता है। बड़े पैमाने पर कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष बदले जाएंगे। इसके अलावा कई जिलों के जिलाध्यक्ष भी हटाए जा सकते हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने यह संकेत दिए हैं। दरअसल, कांग्रेस प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह इन दिनों मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। वे आज कांग्रेस विधायकों की बैठक ले रहे हैं।
MP Congress Reshuffle बैठक से पहले उन्होंने कहा कि विधायकों से सरकार को घेरने के लिए सुझाव लिए जाएंगे। संगठन को लेकर भी फीडबैक लिया जाएगा। कांग्रेस संगठन बदलाव के दौर से गुजर रही है। आने वाले समय में संगठन में बदलाव होने हैं ऐसे में विधायकों की राय महत्वपूर्ण है। कई जगह से नाराजगी की खबरें थी, वो तमाम विधायक संगठन को आज बताएंगे।
बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने महू में 27 जनवरी को होने वाली संविधान रैली के संबंध में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक ली थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा में देखिए वहां सीएम का टिकट भी काट दें तो भी वे पार्टी के प्रति निष्ठावान बने रहते हैं, पार्टी के लिए समर्पण से काम करते हैं। हमारे यहां विधायक का टिकट काट दो तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ लेता है और हमें ही नुकसान पहुंचाता है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस में किस प्रकार का फेरबदल हो सकता है?
मध्यप्रदेश कांग्रेस में बड़े पैमाने पर ब्लॉक अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों का फेरबदल हो सकता है। इसके अलावा संगठन में अन्य बदलाव भी किए जा सकते हैं।
कांग्रेस प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह का दौरा किस उद्देश्य से हो रहा है?
भंवर जितेंद्र सिंह मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं और वे कांग्रेस विधायकों से सरकार को घेरने के लिए सुझाव ले रहे हैं। साथ ही, संगठन में सुधार और बदलाव के लिए भी फीडबैक लिया जा रहा है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस फेरबदल के कारण क्या हैं?
कांग्रेस संगठन में बदलाव की जरूरत महसूस हो रही है। पार्टी में कुछ विधायकों और नेताओं से नाराजगी की खबरें आ रही थीं, जिसे देखते हुए यह फेरबदल किया जा सकता है।
भंवर जितेंद्र सिंह ने हाल ही में क्या बयान दिया था?
भंवर जितेंद्र सिंह ने महू में 27 जनवरी को होने वाली संविधान रैली के संबंध में बैठक ली थी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा में सीएम का टिकट काटने पर भी नेता पार्टी के प्रति निष्ठावान रहते हैं, जबकि कांग्रेस में विधायक निर्दलीय चुनाव लड़कर नुकसान पहुंचाते हैं।
कांग्रेस में फेरबदल से पार्टी को क्या लाभ हो सकता है?
कांग्रेस में फेरबदल से संगठन में ताजगी आएगी, नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा, और पार्टी के भीतर किसी प्रकार की नाराजगी को कम किया जा सकेगा, जिससे आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।