भोपालः Big disclosure about terrorists arrested मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित छिंदवाड़ा और हैदराबाद से गिरफ्तार हुए हिज्ब उत तहरीर के 16 आतंकियों में से 8 कन्वर्टेड मुस्लिम थे और इन्होंने हिंदू लड़कियों से शादी कर उन्हें जबरन मुस्लिम बनाया था। बड़ा खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आतंकी मो. सलीम का असली नाम सौरभ है और उसे भगौड़े जाकिर नाईक ने धर्मांतरण कर सलीम बनाया था। इसे लेकर सलीम उर्फ सौरभ के पिता ने केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी।ऐसे कई खुलासों के बाद अब सरकार के तेवर सख्त हो गए हैं वहीं विपक्ष लगातार सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है लेकिन सवाल है कि क्या सिर्फ दावों और बयानों से आतंकवाद खत्म होगा।
Big disclosure about terrorists arrested दरअसल, मध्यप्रदेश में हिज्ब-उत-तहरीर के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं। लव जिहाद का टेरर कनेक्शन सामने आने के बाद ये भी पता चला है कि हिंदू युवकों का भी ब्रेनवॉश कर उन्हें मुस्लिम बनाया गया और फिर आतंक की राह पर ढकेल दिया गया। इतना ही नहीं अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए हिज्ब-उत-तहरीर ने रायसेन के जंगलों में ट्रेनिंग कैंप तक बना रखा था। इन खुलासों के बाद अब एमपी सरकार आतंकियों पर नकेल कसने की बात कह रही है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस पूरे घटनाक्रम को पुलिस प्रशासन की विफलता करार देते हुए BJP को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि BJP धर्म के नाम पर राजनीति करती है। इस पर प्रदेश के गृहमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए हुए पलटवार किया कि राम और बजरंग दल पर बोलने वाले लोग धर्मांतरण के इस मामले में चुप क्यों हैं?
लव, जिहाद और आतंकवाद के इस सनसनीखेज मामले में जुबानी जंग बाकायदा जारी है लेकिन क्या क्या सिर्फ दावों से आतंकवाद रुक जाएगा ? सवाल है कि भोपाल आतंकियों की पनाहगाह क्यों बना और रायसेन के जंगलों में HUT ट्रेनिंग की भनक क्यों नहीं लगी ? आखिर धर्म पर हो रही सेलेक्टिव पॉलिटिक्स का सच क्या है, ये जनता अपने नुमाइंदों से जानना चाहती है।