Reason for Congress’s defeat in MP: भोपाल। मध्य प्रदेश में हार का मुंह देखने के बाद अब कांग्रेस एक बार पिर एक्टिव मोड में आ गई है। लगातार मैराथम बैठकों का दौर जारी है। बैठक कर हार की समिक्षा सहित आगे की रणनीति बनाई जा रही है। साथ ही लोकसभा चुनाव पर भी फोकस किया जा रहा है। आज संगठन की मजबूती को लेकर जिला प्रभारी, सह प्रभारी, जिला अध्यक्षों से चर्चा की जा रही है। इस संगठनात्मक बैठक में नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी जीतेंद्र सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी समीक्षा कर रहें है। इस बैठक के अंदर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रहीहै।
Reason for Congress’s defeat in MP: पीसीसी कार्यालय में चल रही बैठक के दौरान बड़े नेताओं के सामने जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी का हार का गुस्सा फूटा है। उन्होंने कहा कि प्रभारी को पता नहीं होता और संगठन में नियुक्तियां हो जाती हैं। आगे उन्होंने मांग करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के टिकट जल्दी घोषित करें और बड़े नेताओं चुनाव लड़ाया जाए। कई जिलों में कुछ लोगों ने तानाशाही रवैया अपना रखा है। कुछ लोगों को लगता है पार्टी उनके हिसाब से चलती है। सबकी बात को तवज्जो दी जानी चाहिए।
Reason for Congress’s defeat in MP: आगे उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी ने पहली बार के विधायक को सीएम बना दिया। आगे उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हम भाजपा से नहीं कांग्रेस के कारण हारे चुनाव। जिनको टिकट नहीं मिला उन्होंने डबल ताकत से प्रत्याशी को चुनाव हराया। ऐसे कांग्रेसियों को चिन्हित करना चाहिए। उन्होंने अपने ही लोगों ने कांग्रेस को हराया है। सच्चाई ये है कि ना लाडली बहना उनके साथ थी छतरपुर में किसी भी उम्मीदवार को 50 हजार से कम वोट नहीं मिला। खजुराहो से पज्जन चाचा को चुनाव लड़ायें तो सफलता मिलेगी।