इंदौर (मध्यप्रदेश), तीन जुलाई (भाषा) इंदौर में विशेष बच्चों के एक आश्रम में संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण बीमार बच्चों के मल में कीड़े मिले हैं, लेकिन यह अब तक पता नहीं चल सका है कि बालकों की तबीयत क्यों खराब हुई। अधिकारियों ने यह बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बाल आश्रम में बीमार पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए बच्चों की तादाद बढ़ कर 48 पर पहुंच गई है।
शासकीय चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय की अधीक्षक डॉ. प्रीति मालपानी ने बताया,‘‘शहर के श्री युगपुरुष धाम बाल आश्रम के कुल 48 बच्चे हमारे अस्पताल में भर्ती हैं जिन्हें उल्टी-दस्त की समस्या हुई थी। इनमें से सात बच्चे गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में हैं। आईसीयू में भर्ती तीन बच्चों की हालत अपेक्षाकृत गंभीर है।’’
उन्होंने बताया कि सामान्य प्रयोगशाला जांच में बच्चों के मल में कृमि मिले हैं, लेकिन मल की ‘‘कल्चर’’ रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि बच्चे किस वजह से बीमार पड़े।
मालपानी ने बताया कि चिकित्सकों ने बाल आश्रम में मौजूद करीब 150 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की है और उनकी हालत ठीक पाई गई है।
जिलाधिकारी आशीष सिंह ने बताया कि प्रशासन का दल अगले 48 घंटे तक आश्रम के सभी बच्चों के स्वास्थ्य पर निगाह रखेगा।
उन्होंने कहा कि भोजन और राशन के नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि संदिग्ध खाद्य विषाक्तता का स्रोत क्या था।
जिलाधिकारी ने कहा कि संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण हुए संक्रमण से सोमवार और मंगलवार को आश्रम के कुल चार बच्चों की मौत हुई, जबकि इस संस्थान के एक अन्य बच्चे ने रविवार को दिमागी दौरे के बाद दम तोड़ा था।
उन्होंने बताया कि प्रशासन की उच्च स्तरीय समिति अलग-अलग पहलुओं पर आश्रम की विस्तृत जांच कर रही है।
भाषा हर्ष नोमान
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