कभी ‘कमल’ के थे खास, लेकिन अब ‘कमल’ के पास, प्रदेश की राजनीति के कद्दावर नेता हैं नरेंद्र सलूजा

who is Narendra Saluja कमलनाथ के बेहद करीबी माने जाने वाले नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है

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  • Publish Date - November 25, 2022 / 01:53 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:58 PM IST

who is Narendra Saluja: भोपाल। इन दिनों देश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस दौरान पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बेहद करीबी माने जाने वाले नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है। सलूजा कमलनाथ के लंबे समय तक मीडिया समन्यवयक रहे है। सलूजा कमलनाथ एक विश्वसनिय कार्यकर्ताओं में से एक थे। जब पूर्व सीएम कमलनाथ केद्र की राजनीति कर रहे थे तभी से वह कमलनाथ के साथ काम कर रहे थे।

8 नवंबर के बाद से बना ली थी दूरी

who is Narendra Saluja: नरेंद्र सलूजा लंबे समय तक कमलनाथ के समन्वयक रहे है। लेकिन वे कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे। बता दें कि हाल ही में कांग्रेस के मीडिया विभाग का पुन: गठन हुआ जिसमें सलूजा को उम्मीद थी कि पार्टी उन्हे अच्छा पद देगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके चलते उन्हे मिली जिम्मेदारी से बी उन्होंने मुंह मोड लिया थआ और अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद पार्टी ने उन्हें मना समझा कर कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष का पद दिया। लेकिनन वे पार्टी के इस फैसले से भी खुश नहीं थे। तब उन्‍होंने तल्‍ख तेवर में अपना इस्‍तीफा भी पार्टी नेता को भेज दिया था, लेकिन बाद में मान-मनौव्‍वल के बाद वे शांत हो गए थे, लेकिन 8 नवंबर के बाद से ही नरेंद्र सलूजा की कांग्रेस से दूरी चर्चा का विषय बनी हुई थी।

पार्टी ने 13 नवंबर को ही कर दिया था निष्कासित

who is Narendra Saluja: दो दिन से चल रही कयासो पर आज जाकर विराम लग गया। जब सीएम आवास पहुंचे नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी में शआमिल होने का निर्णय सभी के सामेन सुनाया। इस दौरान सीएम शिवराज ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। बीजेपी की सदस्‍यता ग्रहण करने के बाद नरेंद्र सलूजा ने कहा कि- मैं एक कार्यकता के रूप में बीजेपी में शामिल हुआ हूं। बीजेपी जो जिम्मेदारी देगी, उसे जी-जान से निभाएंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने पार्टी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष और अपने मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। सलूजा ने टीम के गठन को लेकर नाराजगी जताई थी और कहा था कि मैं कमल नाथ द्वारा दी गई किसी भी जवाबदारी का निर्वहन करने में असमर्थ हूं। जिसके बाद सामने आए पत्र के मुताबिक पार्टी ने सलूजा को पार्टी ने 13 नवम्बर को ही निष्कासित कर दिया था।

नए गठन से थे नखुश

who is Narendra Saluja: कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से नरेन्द्र सलूजा उनके मीडिया समन्वयक की भूमिका निभा रहे थे। पिछले दिनों जब पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस्तीफा दिया तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने केके मिश्रा को अध्यक्ष बनाकर विभाग की जिम्मेदारी सौंपी। सलूजा को उस टीम में उपाध्यक्ष बनाया गया और उनकी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक की भूमिका को भी बरकरार रखा गया। लेकिन सलूजा नई टीम के गठन और स्वयं को लेकर दी गई भूमिका से नाराज थे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को भेजे त्यागपत्र में इसे जाहिर करते हुए लिखा कि मेरी कांग्रेस और आपके प्रति पिछले 30 साल की निष्ठा, ईमानदारी व कार्यों का मुझे बहुत ही अच्छा इनाम आपने इस सूची में उल्लेखित कर दिया है। मेरा किसी को भी दी गई किसी भी जवाबदारी पर कोई विरोध नहीं है। मैं आपके द्वारा दी गई किसी भी जवाबदारी का निर्वहन करने में असमर्थ हूं और आपके द्वारा सौंपी सभी जिम्मेदारियों व कांग्रेस के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहा हूं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को सलूजा के त्यागपत्र को स्वीकार करते हुए उन्हें सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया।

कमलनाथ के खिलाफ प्रभावी हथियार सलूजा

who is Narendra Saluja: सलूजा मूल रूप से इंदौर निवासी हैं और वे राज्य में वर्ष 2018 मई जून में कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष ना जाने के साथ ही प्रदेश के राजनैतिक पटल पर सामने आए थे। वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक के रूप में प्रारंभ से करते आ रहे हैं। कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान भी सलूजा ही उनका मीडिया संबंधी काम देखते थे। वेकमलनाथ को प्रत्येक वर्ष जन्मदिन पर सरोपा भी भेंट करते थे, लेकिन इस बार कमलनाथ से जन्मदिन पर उन्होंने मुलाकात भी नहीं की। पिछले कुछ दिनों से खबरें आ रही थीं कि कमलनाथ और सलूजा के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। इस बीच राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा सलूजा का इस्तेमाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ एक प्रभावी “हथियार” के रूप में कर सकती है। सलूजा के बहाने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को भी भाजपा प्रभावित कर सकती है।

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