भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: अंबेडकर विवाद की आंच अब मध्यप्रदेश की सियासत को गर्म कर रही है। अब तक कांग्रेस इस मुद्दे पर मुखर रही। इस बार बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर अंबेडकर के अपमान का आरोप लगा दिया है । मतलब ये कि दोनों ही दल ये कह रहे हैं कि अंबेडकर का अपमान किया गया । संसद के शीत सत्र में शाह के बयान के बाद संविधान निर्माता अंबेडकर के अपमान की ये थ्योरी चली थी। सत्र खत्म हो गया लेकिन विवाद और बढ़ता जा रहा है। इस मामले में जिस तरह के आरोप कांग्रेस ने लगाए। अब उसी तर्ज पर बीजेपी भी कांग्रेस को कटघरे में खड़ी कर रही है। आरोप-प्रत्यारोप की ये सियासत अब किस करवट बैठेगी ये सवाल बड़ा हो गया है ।
इंदौर में जीतू पटवारी घुटने पर बाबा साहब आंबेडकर की तस्वीर घुटने पर रखकर कुछ लिख रहे है फिर कोई कार्यकर्ता उन्हें इशारा करते है और वह तस्वीर उठा लेते है,
साथ में नरोत्तम मिश्रा की बाइट का एम्बियंस लगाए फिर भोपाल में कांग्रेस का आंबेडकर सम्मान मार्च जीतू पटवारी सहित सभी नेता शामिल बाबा साहब आंबेडकर। ज़रा गौर से देखिये इंदौर की इन तस्वीरों को यह तस्वीर यह बताने के लिए काफी है कि यहाँ अपने आप को संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर का सच्चा हितैषी बताने की होड़ मची है और इस होड़ में नेताजी जीतू पटवारी यह भी भूल गए की जिनका वह हितैषी बन रहे है उन्हीं की तस्वीर घुटनों पर रखे है। बीजेपी ने मौक़ा देखते ही मुद्दा लपका और जीतू पटवारी पर बाबा साहब आंबेडकर के अपमान का आरोप लगा दिया।
Face To Face Madhya Pradesh: भाजपा हमलावर है तो वहीं कांग्रेस इसे अनजाने में हुई गलती बता रही हैं। मध्यप्रदेश के शहर शहर हो रहे कांग्रेस के आंबडेकर सम्मान मार्च को भी नरोत्तम मिश्रा ने स्वांग करार दिया, तो वहीं जीतू पटवारी अपने वायरल वीडियो पर तो कुछ नहीं कह रहे हैं, हां लेकिन गृहमंत्री अमित शाह पर जरूर हमलावर है। ये प्रदर्शन, बयानबाजी साफ बयां कर रही है कि दोनों राजनीतिक दल खुद को आंबेडकर का ज्यादा बड़ा समर्थक बताकर दलित वोट बैंक पर सेंध लगाना चाहते हैं। यही कारण है कि अब जीतू पटवारी के वीडियो के हाथ में आने के बाद बीजेपी को कांग्रेस पर पलटवार करने का मौका मिल गया है। बड़ी बात ये है कि अंबेडकर के अपमान पर मोर्चा संभाली हुई कांग्रेस के लिए जीतू पटवारी का यह वीडियो कहीं मुसीबत न बन जाए।