भोपाल । 2023 के सत्ता संग्राम में जीत के लिए बीजेपी अपनी रणनीति को धार दे रही है। पूरी ताकत के साथ वो तीन राज्यों के चुनाव में उतर रही है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के लिए बीजेपी भोपाल में अपना सेंट्रल वॉर रूम तैयार कर रही है। जहां से तीनों राज्यों के चुनाव बीजेपी लड़ेगी। बीजेपी के दिग्गजों का दौरा भी जारी है। जेपी नड्डा और अमित शाह भी जल्द MPके दौरे पर आने वाले हैं.. इधर, कांग्रेस ने भी दिग्गजों को मैदान में उतारना शुरू कर दिया है। प्रियंका गांधी कल अपने दौरे में बड़े कैंपेन की शुरुआत कर सकती हैं.. तो वहीं, प्रियंका गांधी के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरों की तैयारियां कांग्रेस कर रही है। यानी सियासी वॉर के लिए अपनी-अपनी रणनीति को धार दी जा रही है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान 4 महीने बाद चुनावी घमासान बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने अपनी ताकत झोंक रखी है। तीनों ही राज्यों में भले बीजेपी के स्टेट वॉर रुम हों लेकिन भोपाल में स्पेशल सेंट्रल वॉर रूम बनाने की तैयारी तेज हो गई है। भोपाल बीजेपी दफ्तर में आईटी प्रोफेशनल्स की टीम बैठने वाली है। दावा है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल तीनों प्रदेशों के बीच समन्वय की जिम्मेदारी संभालेंगे। और बीजेपी आलाकमान के भरोसेमंद हिमांशु सिंह तीनों ही राज्यों के लिए कैंपेन डिज़ाइन करेंगे।
यह भी पढ़े : ज्योति-आलोक मौर्य के केस में आया नया मोड़, दोनों हैं पेपर पति-पत्नी, जानें लॉ एक्सपर्ट ने और क्या कहा…
बीजेपी की तैयारियों से कांग्रेस वाकिफ है कांग्रेस के दिग्गज भी मोर्चा संभाल रहे हैं। जबलपुर के बाद अब शुक्रवार को प्रियंका गांधी ग्वालियर दौरे पर होंगी। 8 अगस्त को राहुल गांधी शहडोल से आदिवासी क्षेत्रों में चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। वहीं, अगस्त के पहले हफ्ते में मल्लिकार्जुन खड़गे की सभा बुंदेलखंड के सागर में है। वहीं बीजेपी को जवाब देने के लिए कांग्रेस ने सुनील कनूगोलू की एजेंसी से काम लेना भी शुरू कर दिया है। जिन्होंने कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाई। जाहिर है बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है… बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर छत्तीसगढ़ और राजस्थान हैं लेकिन पार्टी मध्यप्रदेश में भी एंटी इनकम्बेंसी के इनपुट के बाद पहले के मुकाबले ज्यादा चौकन्ना दिख रही है… उधर कांग्रेस भी कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है… वो इस उम्मीद में है कि सत्ता विरोधी लहर का सीधा फायदा पार्टी को मिलेगा।
यह भी पढ़े : बारिश फिर मचाएगा तबाही,13 जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी,घर से बेवजह ना निकले…
मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चार महीने बाद चुनाव होने हैं। तीनों ही राज्यों में धमाकेदार वापसी के लिए बीजेपी पूरा जोर लगा रही है न सिर्फ बीजेपी बल्कि कांग्रेस भी पूरी ताकत के साथ मैदान में नज़र आने लगी है। खबर मिली है कि तीनों राज्यों के चुनावों के बेहतर संचालन के लिए बीजेपी की लीडरशिप ने एमपी को चुना है। तीनों ही राज्यों में भले बीजेपी के स्टेट वॉर रुम हों लेकिन भोपाल में तीनों ही राज्यों के लिए स्पेशल सेंट्रल वॉर रुम बनाने की तैयारियां तेज़ हो गईं हैं। बीजेपी कार्यालय में आईटी प्रोफेशनल्स की टीम बैठने वाली है। खुद मोर्चा मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल संभालेंगे। जानकार मान रहे हैं कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं जहां से बैठकर चुनाव का संचालन करने में दिक्कतें आ सकती हैं। लिहाजा बीजेपी शासित प्रदेश को बतौर सेंट्रल वॉर रुम चुना गया है…दावा तो ये भी है कि अजय जामवाल तीनों प्रदेशों के बीच समन्वय की जिम्मेदारी संभालेंगे और बीजेपी आलाकमान के भरोसेमंद हिमांशु सिंह तीनों ही राज्यों के लिए कैंपेन डिज़ाइन करेंगे। हालांकि बीजेपी की तगड़ी तैयारियों पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने तीखा हमला बोला है…गोविंद सिंह ने कहा है कि पीएम मोदी का भरोसा सीएम शिवराज से उठ गया है। इसलिए कमान उन्होंने अपने हाथ में ले ली है।