भोपाल । मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर कांग्रेस ने गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसको लेकर प्रदेश में कई जगहों पर आज अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस ने मुद्दे पर सरकार को घेरा है। राहुल और प्रियंका गांधी ने भी इसको लेकर ट्वीट कर सरकार पर आरोप जड़े। तो वहीं बीजेपी कांग्रेस पर पलटवार कर रही है। और हर उस सवाल का कांग्रेस को जवाब दिया है। जो कांग्रेस ने उठाए हैं। तो चुनावी साल में इस मुद्दे पर किस तरह सियासत गरमाई हुई है। इसी पर हमारी आज की डिबेट है। चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में एक और मुद्दा गरमा गया है। मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं। इंदौर, टीकमगढ़, सागर समेत कई जिलों में अभ्यर्थियों ने इसको लेकर प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही है। दिल्ली तक भी इसकी गूंज हो गई है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर आरोप लगाए कि नौकरियों के लिए पदों की लाखों रुपए में बोली लगाई जा रही है। सरकार जांच कराने से क्यों कतरा रही है। प्रदेश कांग्रेस नेता भी सीबीआई और न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं।
शुक्रवार को इन राशियों का होगा भाग्योदय, जातकों की चमक उठेगी किस्मत, होगी धन की प्राप्ति
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अशोक नगर का एक कांग्रेस प्रवक्ता फेल हो गया। तो कांग्रेस पटवारी चयन परीक्षा पर सवाल खड़ा कर रही है। कांग्रेस लिखित में जवाब मांगे तो जवाब दिया जाएगा। दरअसल प्रदेश में हाल ही में पटवारी भर्ती परीक्षा के नतीजे घोषित हुए हैं। इसमें चयनित टॉप-10 में से 7 पटवारी ग्वालियर के NRI कॉलेज के सेंटर से ही चुने गए। जिस पर सरकार की ओर तथ्य भी पेश किए गए.. लेकिन चुनाव से पहले अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन को कांग्रेस भुनाने की पूरी कोशिश में दिख रही है और चयन सूची पर सवाल खड़े किए गए हैं। 10 में से 7 टॉपर एक ही परीक्षा केंन्द्र से कैसे आ गये? सच- जिन्होंने टॉप किया है उन्होंने एक ही शिफ्ट में परीक्षा नहीं दी। सभी ने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी है, अलग-अलग दिन परीक्षा दी है। टॉप-20 में ग्वालियर के ही छात्र ही ज्यादा क्यों हैं? सच- ग्वालियर में इस परीक्षा में सिर्फ 5% लोग पास हुए है, भोपाल में कुल 42% लोग पास हुए हैं। कम-ज्यादा का सवाल ही बेतुका है।
मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले को लेकर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। गुरुवार को सैकड़ों अभ्यर्थी रैली के रूप में इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और धरना दिया। इस आंदोलन में कई कोचिंग क्लास संचालक भी मौजूद रहे। छात्रों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए जमकर नारेबाजी भी की। कलेक्टर से मिलने के लिए छात्र काफी देर तक डटे रहे। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें उनके सामने रखी। इस दौरान छात्रों ने चयन में गड़बड़ी बताते हुए दोबारा परीक्षा कराने और मामले की जांच की मांग की। बता दें कि प्रदेश में हाल ही में पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम आए हैं। इसमें चयनित टॉप-10 में से सात पटवारी ग्वालियर के NRI कॉलेज के सेंटर से ही चुने गए हैं। इसे लेकर चयन सूची पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बदलाव की हवा..जीत की दवा! मौजूदा बदलाव का कांग्रेस को कितना फायदा मिलेगा ?
मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने प्रेसवार्ता के जरिए सरकार को घेरा है। यादव ने कहा कि… प्रदेश में व्यापम सहित कई महाघोटाले 18 साल की इस सरकार के कार्यकाल में हुए हैं। पिछले दिनों PM मध्यप्रदेश आए थे, और कहा था कि, घोटालेबाजों को नहीं छोडूंगा। तो पीएम इन घोटालेबाजों पर कब कार्रवाई करेंगे। साथ ही कहा कि पटवारी भर्ती के रिजल्ट में बीजेपी नेता संजीव कुशवाहा के कॉलेज NRI से 10 में से 7 टॉपर हैं। क्या इसे लेकर कार्रवाई होगी…इसके अलावा उन्होने कहा कि कृषि विस्तार अधिकारी की भर्ती परीक्षा में भी ऐसा ही हुआ और इस परीक्षा में भी वीडी शर्मा के संसदीय क्षेत्र के लोग चयनित हुए। वहीं कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने मामले में सीबीआई और न्यायिक जांच की मांग की है।