MP patwari bharti fraud: भोपाल। मध्य प्रदेश में हाल ही में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर आए दिन नए-नए घोटाले सामने आ रहे है। परिणाम जारी होने के बाद विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें जो अभ्यर्थी पटवारी परीक्षा में दिव्यांग श्रेणी में है, वही वन रक्षक भर्ती परीक्षा में सामान्य श्रेणी में है। ग्रुप-2 सबग्रुप-4 और पटवारी भर्ती संयुक्त भर्ती परीक्षा-2023 एक टॉपर सहित अन्य चयनित उम्मीदवारों की भूमिका संदेह के घेरे में हैं। जिसे बाद इस मामले में सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है।
MP patwari bharti fraud: कांग्रेस ने एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, एमपी अजब है सबसे गजब है। एक ही व्यक्ति दो अलग-अलग परीक्षाओं में कैसे फिट बैठ सकता है। जो दिव्यांग पहले पटवारी में चयनित हुआ, वही वनरक्षक में भी चयनित होता है। आज मध्य प्रदेश का युवा पूछ रहा है कब तक व्यापम के जरिए रोजगार बेचोगे। क्या इस बार विधायक खरीदी के पैसे भी इन्हीं भर्तियों से निकाल लोगे, स्पष्ट है। इस दौरान उन्होंने भर्ती परीक्षा को पूरी तरह से निरस्त करने की बात कही।
ये भी पढ़ें- पटवारी भर्ती में बड़ा गोलमाल, वन रक्षक और जेल प्रहरी में फिट, पटवारी परीक्षा में दिव्यांग अभ्यार्थियों का चयन
ये भी पढ़ें- चुनाव से पहले होगा बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, तबादला बोर्ड की बैठक आज