New Prescription Rules: डॉक्टर्स को सख्त निर्देश.. अब अंग्रेजी के केपिटल लेटर्स में लिखने होंगे दवाओं के नाम, आदेश जारी

दरअसल पिछले दिनों हमीदिया अस्पताल के निरीक्षण में सामने आया कि आदेश और निर्देश के बाद भी यहां के महज 40 प्रतिशत डॉक्टर्स ही जेनेरिक में दवा लिखते हैं।

  •  
  • Publish Date - December 26, 2023 / 07:42 AM IST,
    Updated On - December 26, 2023 / 07:42 AM IST

भोपाल: मध्यप्रदेश में पावर में आई डॉ मोहन यादव की सरकार ने स्वास्थ्य मामलों में सुधार को लेकर सख्ती दिखाई है। इसी कड़ी में भोपाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल ने एक अहम आदेश जारी किया है। स्वास्थ्य प्रशासन ने इन नए निर्देशों को तत्काल लागू करने और इस संबंध में लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश भी दिए है।

CG Police Bharti News: बढ़ेंगी आरक्षक भर्ती में उम्र सीमा!.. 28 ही नहीं अब 33 साल के अभ्यर्थी भी ले पाएंगे परीक्षा में हिस्सा?ṣ

दरअसल भोपाल के हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ आशीष गोहिया ने अपने मातहत सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि चिकित्सक और फार्मासिस्ट अपनी पर्चियों में दवाओं के नाम अंग्रेजी में लिखे जाने पर केपिटल लैटर यानी बड़े अक्षरों का इस्तेमाल करेंगे। वे पर्ची लिखते वक़्त रनिंग राइटिंग का उपयोग नहीं करेंगे ताकि मरीज अथवा परिजनों या फिर दवा दूकान संचालको को दवाओं का नाम पढ़ने में किसी तरह की समस्या न आएं। अधीक्षक ने इस फैसले को तत्काल अमल में लाने को कहा है। गौरतलब हैं कि इस बारें में पहले भी गाइडलाइंस जारी किये जा चुके है। 9 दिसंबर 2014 और फिर 2015 में एमसीआई ने डॉक्टर्स के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे।

दरअसल पिछले दिनों हमीदिया अस्पताल के निरीक्षण में सामने आया कि आदेश और निर्देश के बाद भी यहां के महज 40 प्रतिशत डॉक्टर्स ही जेनेरिक में दवा लिखते हैं। बाकी ज्यादातर डॉक्टर ब्रांडेड दवा लिखकर मरीजों को बाहर से दवा खरीदने की सलाह दे देते हैं।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp