भोपाल।Face To Face Madhya Pradesh: धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा अब एक सियासी इवेंट में बदलता दिख रहा है जहां बयान आक्रामक हो गए हैं। आरोप भी लग रहे हैं। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के कुछ नेता साथ भी आ रहे हैं। कुल मिलाकर हिंदुत्व को धार देने का जो नया मंच तैयार हो रहा है। उसमें संघर्ष और संग्राम की तैयारी पूरी दिखने लगी है। सवाल यही है कि आगाज ऐसा है तो अंजाम क्या होने वाला है? बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिन्दू राष्ट्र का संकल्प लेकर एमपी में हिन्दू एकता यात्रा निकाल रहे हैं जो छतरपुर से शुरू होकर ओरक्षा तक जा रही है। यात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री कई मौकों पर ये साफ कहते हैं कि अगर हिन्दू एक नहीं हुए तो बांग्लादेश जैसा हाल होगा।
हिन्दू एकता यात्रा में बीजेपी और कांग्रेस के नेता भी शामिल हो रहे हैं, लेकिन फूल सिंह बरैया ने इस यात्रा पर सवाल खड़े कर दिए उन्होंने इसके पीछे बीजेपी की फंडिंग बताई और कहा कि ये यात्रा एक नाटक है जो लोगों को मूर्ख बनाने के लिए निकाली जा रही है। जैसे ही इस यात्रा को कांग्रेस के विधायक ने नाटक बताया बीजेपी के नेता मोर्चा संभालने के लिए मैदान में आ गए। छतरपुर के सांसद ने कहा कि कांग्रेस तो हमेशा से सनातन विरोधी रही है। कांग्रेस तो सिर्फ एक वर्ग के लिए काम करती है तो बीजेपी नेता टी राजा ने कहा कि अगर शास्त्री पूरे देश में ये यात्रा निकालेंगे तो भारत जल्द ही हिन्दू राष्ट्र बन जाएगा।
Face To Face Madhya Pradesh: सवाल सीधा सा है कि इस यात्रा को लेकर कांग्रेस में दुविधा क्यों है। एक तरफ वो यात्रा में शामिल होते हैं और दूसरी तरफ उसका विरोध करते हैं। सिद्दारमैया से लेकर फूल सिंह बरैया को इस यात्रा को जितना बुरा भला कह पाए कह रहे हैं तो क मौलाना ने यात्रा को रोकने की धमकी तक दे दी। सवाल ये है कि जब यात्रा धार्मिक है तो राजनीति क्यों ?