भोपाल: कल का दिन मध्यप्रदेश भाजपा के लिए बेहद ख़ास होने जा रहा है। दरअसल कल ही नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। उनके साथ ही दो उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला भी शपथ लेंगे। हालांकि अभी यह पूरी तरहसाफ नहीं है कि कितने मंत्रियों को शपथ दिलाई जायेगी लेकिन दो दर्जन मंत्रियों की मौजूदगी की बात कही जा रही है। शपथ ग्रहण का यह कार्यक्रम राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित होगा।
बहरहाल इस पूरे कार्यक्रम के आकर्षण होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। वही पीएम के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्री और संगठन के बड़े पदाधिकारी शिरकत करेंगे। शपथ ग्रहण के बाद ही कैबिनेट का विस्तार होगा और मंत्रियो व उनके विभागों के नाम सामने आ पाएंगे।
वही अतिविशिष्ट लोगों की एक अन्य सूची के मुताबिक़ अलग-अलग भाजपा शासित राज्यों के सीएम को भी इस आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया था जिसे मुख्यमंत्रियों ने स्वीकार लिया है। बताया जा रहा है कि शपताह ग्रहण में शामिल होने के लिए पहुँचने वालों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस व एकनाथ शिंदे, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, मेघालय के सीएम कोनराड सरमा, नागालैंड के सीएम नेफियू रियो और नागालैंड के डिप्टी सीएम वाई. पट्टन का नाम शामिल है।
गौरतलब है कि शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में सबसे ज्यादा जिस नेता पर लोगों की नजर होगी वह खुद सीएम डॉ मोहन यादव होंगे। बतौर मुख्यमंत्री डॉ यादव का नाम न सिर्फ भाजपा के नेताओं के लिए बल्कि समूचे मध्यप्रदेश के लिए चौंकाने वाला था। सोमवार को विधायक दल की बैठक में उनके नाम का प्रस्ताव पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल के सामने रखा था जिसपर सभी विधायक सहमत हुए।
डॉ मोहन यादव का नाम इसलिए भी चौंकाने वाला था क्योंकि शिवराज सिंह को रिपीट नहीं किये जाने की खबर के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए केंद्रीय मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा था। लेकिन सभी नामों को पीछे छोड़ते हुए आखिर में पर्यवेक्षकों ने डॉ मोहन यादव के नाम पर आम सहमति बनाने में कामयाबी पाई।