Reported By: Vivek Pataiya
,भोपाल: MP BJP Election Committee Meeting देश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा जहां एक ओर हरियाणा में शपथ ग्रहण की तैयारी कर रही है तो दूसरी ओर मध्यप्रदेश में भाजपा अपने ही नेताओं से परेशान है। हाल ही में भाजपा के कई विधायकों ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था, जिसके बाद से विपक्ष ने भाजपा और सरकार को आड़े हाथों लिया था। वहीं, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने एक बयान से कांग्रेस नेताओं को सरकार पर निशाना साधने का सुनहरा मौका दे दिया था। अब खबर आ रही है कि पार्टी संगठन आज नाराज विधायकों से चर्चा करेगी।
MP BJP Election Committee Meeting मिली जानकारी के अनुसार भाजपा ने आज प्रदेश भाजपा चुनाव समिति की बैठक बुलाई है। बैठक में पार्टी के विधायकों और नेताओं की समस्याओं पर चर्चा होगी। ऐसा माना जा रहा है कि आज विधायकों की नाराजगी पर भी संगठन के नेता खुलकर चर्चा करेंगे। कहा जा रहा है कि जिन विधायकों की नाराजगी की बात पार्टी के संज्ञान में आई है उन्हें बैठक में बुलाया गया है।
बता दें कि सागर जिले की देवरी सीट से बीजेपी विधायक बृज बिहारी पटेरिया, मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल, त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी, संजय पाठक, अजय बिश्नोई सहित करीब आधा दर्जन विधायक नाराज चल रहे हैं, जिसका नाजारा पिछले हफ्ते ही देखने को मिला था। दरअसल मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह एसपी ऑफिस पहुंचकर गुंडों से रक्षा करने की बात करते हुए एसपी और एडिशनल एसपी के सामने दंडवत होते दिखाई दे रहे हैं।
वहीं, वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस का हमलावर होना तो जायज था, लेकिन हड़कंप तब मचा जब पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने बड़ी बात कह दी। पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर लिखा, ” नवरात्रि का पर्व चल रहा है। हम एक तरफ दुर्गा पूजन और कन्या पूजन कर रहे हैं और दूसरी तरफ अखबारों में 3 साल और 5 साल की अबोध बालिकाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसी खबरें पढ़ने को मिल रही हैं। जिस तरह से कड़े कानून इन घटनाओं के खिलाफ बनाए जा रहे हैं, उसके बावजूद भी इस तरह की वारदातें हैं और बढ़ रही हैं। ये पोस्ट किसी राजनीतिक वजह से नहीं, बल्कि सामाजिक परिस्थितियों के कारण की है। क्या हमें अधिकार है कि हम रावण का दहन करें? आज जो बच्चियों के साथ हो रहा है, महिलाओं के साथ भी गलत हो रहा है, आजकल ऐसा क्यों हो रहा है? पिछले कुछ सालों से हम देख रहे हैं कि ऐसी घटनाओं को लेकर जितने कड़े कानून बनाए जा रहे हैं। ऐसी घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, ये बड़ी अजीब बात है। अब फांसी की सजा भी दी जा रही है तो भी ये घटनाएं रुक नहीं रही है।