भोपाल: Liquor Ban News: मध्यप्रदेश के तीर्थों में अब शराब नहीं बिकेगी। प्रदेश के धार्मिक स्थलों को शराब से दूर रखने के लिए मोहन सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है। शराब बैन होने के फैसले पर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने ये मांग रख दी है कि पूरे प्रदेश में क्यों न शराबबंदी हो, तो दूसरी तरफ ये सवाल भी उठ रहा है कि क्या हिंदू सेंटिमेंट को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया गया है।
Liquor Ban News: मध्यप्रदेश में फिर शराब नीति चर्चा में है..सूबे की मोहन सरकार ने इसमे बदलाव के संकेत दिए हैं। मोहन सरकार धार्मिक स्थलों में मौजूद शराब दुकानों को बंद करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। जाहिर है मोहन कैबिनेट साल 2025-26 के लिए प्रस्तावित नई शराब नीति जल्द पेश करने वाली है। जिसमें सरकार संतों के सुझाव पर धार्मिक नगरों में शराब पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रही है।
Liquor Ban News: तीर्थो में शराब पर बैन के ऐलान करने के साथ ही सियासी वार-पलटवार शुरु हो गया है। कांग्रेस ने बीजेपी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए तंज कसा कि, उज्जैन में शराबबंदी का आदेश मुख्यमंत्री कब निकाल रहे हैं। धार्मिक शहरों में शराबबंदी को लेकर सीएम मोहन ने ऐलान कर नई बहस छेड़ दी है। अब सवाल है कि, आखिर धार्मिक शहरों की श्रेणी में सरकार किन-किन शहरों को शामिल करेगी? और इसे कैसे अमलीजामा पहनाया जाएगा, तो क्या कांग्रेस मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी को लेकर कोई अभियान छेड़ने वाली है?