MP Junior Doctors Association Demand: भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर में इंदौर की घटना के बाद एकजुट जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन हो गया है। वहीं, अब JDA ने राज्य सरकार से बड़ी मांग की है। JDA के सचिव सिद्धार्थ कीमती ने कहा कि, इंदौर की घटना का हम कड़ी निन्दा करते है, ये बहुत गलत हुआ है।
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि, ये घटना दर्शाता है कि, अभी भी डॉक्टर्स और जूनियर डॉक्टर्स की सुरक्षा की मांग का समाधान नहीं हुआ है। डॉक्टर्स और जूनियर डॉक्टर्स की आदेश जारी करने से सुरक्षा नहीं होगी, बल्कि सुरक्षा के लिए जारी किए गए आदेश और गाइडलाइन को लागू करने से ही सुरक्षा होगी। JDA सचिव ने कहा कि, एमपी में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन एकजुट हैं। सुरक्षा को लेकर हम प्रशासन के हर कदम पर साथ हैं।
दरअसल, शनिवार-रविवार की रात एक मरीज का अडेंटर नशे की हालत में महिला डॉक्टर की ड्यूटी रूम तक पहुंच गया था। करीब तीन मिनट तक वह दरवाजा ठोंकता रहा और अंदर घुसने का प्रयास किया। घटना के वक्त कोई सिक्योरिटी गार्ड भी मौजूद नहीं था। गार्ड आराम से कुर्सी में सो रहा था। डरी-सहमी डॉक्टर बाहर निकलने की हिम्मत भी नहीं कर पा रही थी। अलार्म बजाया, फिर भी वह नहीं उठा। बाद में डरी हुई डॉक्टर ने अपने सहकर्मियों को बुलाया और अन्य मरीजों के स्वजन बचाने के लिए आगे आए।
बता दें कि, इस खबर को सिर्फ IBC24 ने प्रमुखता के साथ दिखाया था, जिसके बाद अब प्रशासन हरकत में आया है और कलेक्टर खुद आज सुबह अस्पताल पहुंचेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर आशीष सिंह आज सुबह 10.30 बजे अस्पताल पहुंचेंगे और वार्डों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेंगे। प्रशासन ने इस मामले को लेकर जांच समिति भी गठित की है। वहीं, अब एमवाय अस्पताल में सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है। बिना आईडी, पहचानपत्र और अटेंडर पास के अस्पताल में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब डॉक्टर हो या अटेंडर बिना आईडी कार्ड के प्रवेश नहीं मिलेगा। स्पताल के सीसीटीवी कैमरों को भी ठीक किया गया है। वहीं, अस्पताल के अंदर भी सिक्योरिटी गार्डस को तैनात किया गया है।