Increase in patients of seasonal diseases: भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश का साइड इफेक्ट अब दिखाई देने लगा है। राजधानी भोपाल में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। हालात ऐसे है कि सरकारी अस्पतालों में बैड बचे नहीं है। तो ओपीडी के साथ आईपीडी भी फुल हो चुकी हैं। सरकारी अस्पतालों के ओपीडी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बीते 7 दिनों में मरीजों की संख्या में 47 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इसमें वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, डायरिया, दस्त के साथ मलेरिया के मरीज बढ़े हैं। बच्चों के अस्पतालों की स्थिति ऐसी ही है। यहां रोजाना हजारों की संख्या में मरीज पहुंच रहें है। राजधानी भोपाल की बात की जाएं तो अस्पतालों में मरीजों की लंबा-लंबी कतारें लगी हुई है।
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Increase in patients of seasonal diseases: स्वास्थ्य महकमें ने बारिश के कारण तेजी से बढ़ती बीमारियों को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। इसमें बताया गया है कि बारिश में भीगने से बचे, साथ ही उबला पानी ही पिए। बारिश में अधिकांश बीमारी भी गंदे पानी के कारण होती है। लिहाजा बाहरी खान-पान से भी बचें। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने भी मौसमी बीमारी को लेकर अस्पतालों समेत उप स्वास्थ्य केंद्र पर भी दवाओं के पर्याप्त इंतजाम करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही डेंगू और मलेरिया बीमारी से निपटने के लिए लार्वा नष्ट करने और फॉगिंग में तेजी लाने का निर्देश भी दिया है। तो वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि बीमारियों से निपटने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं दुरूस्त की गई हैं।