भोपाल: मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश में प्रशासनिक कसावट के साथ ही अपनी नई टीम तैयार करने की कवायद भी शुरू कर दी है। सरकार में वापसी के बाद सबकी निगाहें इस ओर थी कि नए सीएम डॉ मोहन यादव किस आईएएस को अपना पीएस बनाएंगे। अब इसे लेकर संशय दूर हो गया है। डॉ मोहन ने दो प्रमुख सचिवों के नाम को हरी झंडी दे दी है। प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से इस बारे में विधिवत आदेश भी जारी कर दिया गया है।
डॉ मोहन यादव ने 1997 बैच के आईएएस अफसर राघवेंद्र कुमार सिंह को अपना प्राइम सेकेट्री नियुक्त किया है। वही इससे पहले प्राइम सेक्रेटरी टू सीएम का जिम्मा संभाल रहे 1994 बैच के अफसर मनीष रस्तोगी को राज्य का प्रमुख सचिव नियुक्त किया है। दोनों पीएस के नियुक्ति पर राज्य के मुख्य सचिव वीरा राणा ने आदेश जारी कर दिया है।
बता दें की IAS राघवेंद्र कुमार मध्यप्रदेश के सबसे तेजतर्रार अफसरों में शुमार है। वे रीवा के रहने वाले है और इंजीनियरिंग मटेरियल में एमटेक है। 1997 बैच के आईएएस अधिकारी राघवेंद्र कुमार सिंह ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत होशंगाबाद जिले डिप्टी कलेक्टर के तौर पर की थी। वे अब तक एमपी के चार जिलों के कलेक्टरी का जिम्मा भी संभल चुके है। कलेक्टर के तौर पर उनका पहला जिला शहडोल था। उनकी तेजतर्रार कार्यशैली का ही नतीजा था कि वे एक-दो नहीं बल्कि पूरे चार जिलों के कलेक्टर रहे। इनमें नंबर वन जिला इंदौर भी शामिल है। यहाँ वे 2004 में करीब एक साल तक कलेक्टर रहे। उनका दूसरा जिला दमोह था। उनके तेजतर्रार कार्यशैली की वजह से तत्कालीन CM शिवराज सिंह ने उन्हें अपने गृहजिले का भी कलेक्टर नियुक्त किया था। 2010 में वे इंदौर के जिलाधीश बने और इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। राघवेंद्र कुमार सिंह मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इंदौर, एमडी टूरिज्म, एमडी पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा विभाग, कमिश्नर वाणिज्यिक कर, कौशल विकास और रोजगार विभाग के प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा आयुक्त, प्रबंध संचालक और जनसम्पर्क आयुक्त की जिम्मेदारी भी संभाल चुके है।