Governor Mangubhai Patel hoisted the Bhopal flag : भोपाल। पूरे देश में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का उत्साह देखा जा रहा है। आज देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। देश के कोने-कोने में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। तो वहीं मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजधानी भोपाल ध्वजारोहण किया। इस मौके पर कई नेता और अधिकारियों की मौजूदगी रही। बता दें कि सभी स्कूलों से लेकर सरकारी दफ्तरों में ध्वजारोहण किया जा रहा है।
Governor Mangubhai Patel hoisted the Bhopal flag : बता दें कि गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, किसान कल्याण एवं कृषि विभाग, जेल विभाग, निर्वाचन विभाग, पशुपालन विभाग, पर्यटन बोर्ड, मत्स्य विभाग, राज्य सहकारी संघ मर्यादित विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड विभाग और वन विभाग की झांकियां नजर आएगी।
Governor Mangubhai Patel hoisted the Bhopal flag : परेड टू आई सी का दायित्व एसडीओपी बारासिवनी बालाघाट अभिषेक चौधरी तो वहीं भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2020 बैच के अधिकारी खरगोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी करेंगे।
मंगू भाई पटेल ने कहा, गणतंत्र दिवस के इस अमृत महोत्सव की खुशियाँ माननीय प्रधानमंत्री जी की गरिमामय उपस्थिति में अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य, दिव्य और नव्य मंदिर में प्रभु की पावन प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूर्ण होने से द्विगुणित हो गई हैं। बरसों की प्रतीक्षा के बाद पौष शुक्ल द्वादशी को यह पुण्य अवसर आया तो पूरा देश भगवान श्रीराम के स्वागत में राममय हो गया। सकल विश्व, आज़ादी के अमृत-काल के इस अद्भुत आध्यात्मिक अनुष्ठान का साक्षी बना। मध्यप्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता ने भी अपार श्रद्धा और असीम आनंद के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण एवं उसमें श्रीराम जी की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के महापर्व को मनाया।
जिलों में प्रभात फेरियाँ और कलश यात्राएँ निकाली गईं। भगवान श्री महाकाल की नगरी उज्जैन में तैयार किए गए पाँच लाख लड्डू अयोध्या भेजे गए। सभी मंदिर परिसरों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर उन्हें प्रकाश से आलोकित किया गया। सरकारी भवनों एवं कार्यालयों में रोशनी की गई। राज्य के 28 पवित्र स्थानों पर श्रीरामचरित लीला समारोह आयोजित किए गए। ओरछा एवं चित्रकूट में विशेष आयोजन हुए।
शहरों और गाँवों में लोगों ने अपने-अपने घरों में दीप जला मंगल-गीत गाकर भक्ति भावों की अभिव्यक्ति की। पवित्र नदियों और जलाशयों में दीपदान किया गया। प्रमुख मंदिरों में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का सजीव प्रसारण किया गया। मध्यप्रदेश से होकर अयोध्या जा रहे तीर्थयात्रियों का पुष्प-वर्षा से स्वागत हुआ। श्रीराम- जानकी से संबंधित चित्र, शिल्प और अन्य कलारूपों के प्रदर्शन के साथ-साथ आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक परिचर्चा, नृत्य-नाटिका और भजन संध्या का आयोजन किया गया।