Chhutbhaiya leader became a crisis for BJP
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में इस समय बीजेपी के छुटभैये नेताओं की गुंडागर्दी की चर्चा जोरों पर है। यह चर्चा बीते दिन हुए सीधी के पेशाब कांड (Sidhi Peshab Kand) के बाद से शुरू हुई है। दरअसल, सीधी में पेशाब कांड (Sidhi Peshab Kand) की तरह ही बीजेपी नेताओं की गुंडागर्दी के कई और मामले पहले भी सामने आए हैं। अनुशासित कही जाने वाली बीजेपी के लिए ये लक्षण अच्छे नहीं है, लेकिन क्या वाकई पार्टी के छुटभैये नेताओं को सत्ता हजम नहीं हो रही।
नेताओं के करीबियों और संगठन में बटी पदों की रेवड़ी से उपजी नेताओं की इस कतार ने कब-कब और कौन से मामले में पार्टी की मुश्किलें बढ़ाईं, क्यों बीजेपी संगठन इन नेताओं पर लगाम नहीं कस पा रहा। सीधी पेशाब कांड (Sidhi Peshab Kand) के बाद जानिए राजनीति के साथ समाज को शर्मसार करने वाले ऐसे कौन कौन से मामले हैं, जहां संगठन निष्ठा और अनुशासित बीजेपी कार्यकर्ताओं के कारनामे बीजेपी के लिए संकट बने हैं।
छुटभैये नेताओं से परेशान है भाजपा
मिशन 2023 फतह करने की माइक्रो प्लानिंग में जुटी ‘मध्यप्रदेश बीजेपी’ इन दिनों अपने छुटभैये नेताओं से इस कदर परेशान है कि इनकी करतूतों संगठन के साथ साथ मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह को भी मुश्किल में ड़ाल रही हैं। आईए आपको बताते हैं कि मप्र में हाल ही में कौन-कौन से स्थानीय यानि छुटभैया नेताओं ने ऐसे कौन-कौन से कांड किए हैं जिससे पार्टी संकट में आई है-
सागर भाजयुमो आईटी सेल का मुखिया अंशुल सिंह एक चाय दुकानदार द्वारा पैसे मांगने पर इतना खफो हो गया, कि चाय की दुकान पर बुलडोजर चलवा दिया।
राजधानी भोपाल में अवधपुरी थाना क्षेत्र में भाजपा नेत्री का अपनी पड़ोसन के साथ मारपीट का वीडियो वायरल हुआ।
देवास में विधायक के करीबी ने पुलिस से मारपीट की : 4 फरवरी 2023 देवास का मामला।
इंदौर में बीजेपी नेता का थाना में हंगामा : 7 मई 2023 को इंदौर के बाणगंगा इलाके के भागीरथपुरा में भाजपा नेता ने जमकर हंगामा किया।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने महिला को मारा घूंसा : 21 जनवरी 2023 को जबलपुर में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राममूर्ति मिश्रा ने एक युवती के साथ सरेआम बदसलूकी और मारपीट की।
21 जनवरी 2023 को जबलपुर में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राममूर्ति मिश्रा ने एक युवती के साथ सरेआम बदसलूकी और मारपीट की
बीजेपी नेता ने की महिला टोल कर्मी से बदसलूकी: 22 अगस्त 2022 को राजगढ़ जिले के ब्यावरा में भाजपा नेता ब्यावरा जनपद अध्यक्ष के भतीजे ने टोल मांगने पर महिला टोल कर्मी के साथ बदसलूकी की।
बीजेपी नेता ने सरकारी कर्मचारी पर फेंकी स्याही: 6 जून 2023 को दमोह में सामने आए गंगा जमुना स्कूल के हिजाब विवाद मामले में जिला शिक्षा अधिकारी पर स्कूल को क्लीनचिट दिए जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने जिला शिक्षा अधिकारी जब अपने वाहन में बैठकर कार्यालय से निकल रहे थे. तभी भाजपा जिला उपाध्यक्ष अमित बजाज और भाजपा नेता मोंटी रैकवार ने जिला शिक्षा अधिकारी पर स्याही फेंकी।
विपक्ष को मौका दे रहे ये कांड
ऐसे एक नहीं कई मामले हैं इसमें अनुशासित कहीं जाने वाली भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ताओं ने सरेराह गुंडागर्दी देखने को मिली हो। लंबे समय तक सत्ता में रहने के चलते पार्टी ने एमपी में हज़ारों नए कार्यकर्ता जोड़े हैं, लेकिन इन हरकतों के बाद अब पार्टी को समझ नहीं आ रहा कि वे अपने दामन के दाग को कैंसे साफ करे। उधर भाजपा नेताओं के यह कांड विपक्ष को मौका दे रहे हैं। एमपी में कांग्रेस तो ताक में बैठी ही थी, लेकिन सीधी कांड के बाद तो जैसे सावन में अंधे को आंखे मिल गई हों। कांग्रेस जोरशोर से इन तमाम मुद्दों पर बीजेपी और सरकार को घेर रही है।
कहते हैं जब व्यक्ति के बुरे दिन आते हैं तो विकट परिस्थितियां उसे चारों और से घेरने लगती हैं। बीजेपी नेताओं के यह अनेकों कांड कहीं एमपी में भाजपा के लिए ख़तरे का सिग्नल तो नहीं दे रहे, जिस तरह से भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी कई मामलों में देखने को मिली है इससे कहीं ना कहीं अनुशासित कही जाने वाली पार्टी की छवि पर बड़ा दाग जरूर लगा है। अब देखना यह होगा कि भाजपा इन छठ भैया नेताओं पर किस तरह से लगाम लगा पाती है। IBC24 से ब्रजेश जैन की रिपोर्ट