Sudan Civil War : भोपाल। सूडान में हिंसा के कारण फंसे बैरागढ़ निवासी युवक जयंत केवलानी के परिवार की चिंता फिर बढ़ गई है। शनिवार को जयंत सहित कई भारतीय राजधानी खार्तूम से रवाना होने वाले थे लेकिन अचानक गोलीबारी होने से मामला फिर टल गया। ईद को देखते हुए सेना और अर्ध सैनिक बलों ने सीज फायर की घोषणा की थी।
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Sudan Civil War : बताया जा रहा है कि 72 घंटे तक युद्ध विराम की घोषणा की गई थी लेकिन इसका पालन नहीं हो सका। जयंत ने परिजनो को बताया था कि शनिवार को शाम चार बजे उसे सड़क मार्ग से खार्तूम रवाना होना था लेकिन हिंसा फिर शुरू होते ही पर प्रशासन ने सभी को रोक दिया। पिता नरेंद्र केवलानी के अनुसार ईद पर वहां की स्थिति में सुधार हुआ है। वहां फंसे भारतीय युवाओं को खाद्य सामग्री एवं सब्जियां आदि मिल गई इस कारण भूखे रहने की बड़ी समस्या कम हो गई।
सूडान सरकार ने भारतीयों को अपना सामान तैयार रख किसी भी समय निकलने की सूचना दी थी लेकिन शनिवार को निकलने से कुछ देर पहले फिर शुरू हुई हिंसा के चलते वापसी कुछ दिनों के लिए टल गई है। 23 साल का जयंत केवलानी भोपाल के बैरागढ़ का रहने वाला है और 4 मार्च को ही बिजनेस ट्रिप के लिए सूडान गया था। उसे 20 अप्रैल को वापस आना था लेकिन उसकी वापसी से पहले ही 15 अप्रैल से सूडान में पैरामिलिट्री और सेना के बीच गृह युद्ध शुरू हो गया और इस हिंसा की चपेट में जयंत केवलानी भी आ गया वही और भी कई भारतीय वहां फंसे है जिन्हे सकुशल वापस लाने भारत सरकार पूरी कोशिश कर रही।