भोपाल। Face To Face MP: मप्र में पुलिस के खिलाफ सरकार के अपने ही मोर्चा खोल रहे हैं। दूसरी ओर विपक्ष तो पहले ही कह रहा है कि लॉ एंड ऑर्डर बेपटरी हो चुका है। इधर बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा से लेकर बजरंग दल तक प्रदर्शन और बयानबाजी में मुब्तिला हैं । जाहिर है सरकार के लिए ये कोई सहज स्थिति नहीं है । सरकार, विपक्ष को तो जवाब दे भी सकती है लेकिन जब अपने सवाल खड़े करें तो घिरना स्वाभाविक है । तो सवाल ये है कि एमपी में ऐसी स्थिति आखिर बनी क्यों? क्या आपसी तालमेल की कमी है? क्या सरकार तक पार्टी से जुड़े लोग और सहयोगी संगठन पहुंच नहीं पा रहे हैं? क्या पुलिस के मनमाने रवैए से नाराजगी बढ़ी है? क्या विपक्ष के साथ-साथ अपनों की ओर से उठती उंगलियों ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है?
प्रदर्शन की ये तस्वीरें भोपाल से सामने आई बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपनी ही बीजेपी सरकार के खिलाफ जहांगीराबाद ग्राउंड में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन भोपाल में हुआ लेकिन ये विवाद शुरू हुआ 11 सितंबर को रतलाम से जहां गणेश प्रतिमा के जुलूस पर पथराव के मामले में शुरू हुआ विवाद खत्म हो नहीं दिख रहा। दरअसल, रतलाम SP पर आरोप ये लगा कि गणेश प्रतिमा के जुलूस पर पथराव करने वालों की जगह शिकायतकर्ताओं पर कार्रवाई की गई हालांकि तात्कालीन रतलाम SP का तबादला कर उन्हें भोपाल में रेल अधीक्षक की जिम्मेदारी दे दी गई है लेकिन बजरंग दल की मांग है कि उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाए।
Face To Face MP: इधर भोपाल के बैरसिया में छात्रा से छेड़छाड़ मामले में SP की हटाने की मांग का बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने समर्थन किया है। रामेश्वर शर्मा का कहना है कि समय पर SP ने कार्रवाई की होती तो आम लोगों प्रदर्शन नहीं करना पड़ता यानी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर अब बीजेपी और उसके अनुशांगिक संगठन ही सवाल उठाते नजर आरहे हैं और अब कांग्रेस का कहना है कि विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी के लोग ही मुहर लगा रहे हैं। एमपी में प्रशासन के कुछ फैसलों के बाद बजरंग दल नाराज है, कई जगह बीजेपी विधायक ही प्रदर्शन का साथ देते दिख रहे हैं और कांग्रेस तो लगातार ये कह ही रही है कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर का खस्ताहाल है। देखना दिलचस्प होगा कि अंदरखानों से उठ रही इन आवाजों को बीजेपी सरकार कैसे मैनेज करेगी।