Face To Face Madhya Pradesh: भोपाल। जब दावे धराशायी होते हैं तब तंज कसे जाते हैं, जब दावे खोखले साबित होते हैं तो विपक्षी इन्हें नजीर के तौर पर पेश कर देते हैं। 2023 में जब विधानसभा चुनाव के नतीजे नहीं आए थे तो कांग्रेस दावा करती थी कि एमपी में कांग्रेस लौट रही है। लेकिन, मध्यप्रदेश में कांग्रेस बुरी तरह से हार गई और कांग्रेस के दावों को हवा-हवाई बता दिया गया और अब एमपी में हुई हार को हरियाणा के आने वाले नतीजों से जोड़ा जा रहा है। पीएम मोदी कह रहे हैं कि जो हाल कांग्रेस का एमपी और छत्तीसगढ़ में हुआ था वही हाल हरियाणा में होने जा रहा है।
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में साल 2023 में गुजरे विधानसभा चुनाव के नतीजे अब सियासी दलों के लिए नजीर बन चुके हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी चीख-चीख कर ये दावा करती थी कि एमपी और छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस पार्टी ही सरकार बनाएगी। लेकिन, नतीजे आए तो कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा। 140 सीट का दावा करने वाली कांग्रेस पार्टी 63 पर सिमट गई। एमपी में पार्टी की करारी हार हुई। इधर छत्तीसगढ़ से भी कांग्रेस सरकार की विदाई हो गई और अब इन्हीं नतीजों को दूसरे राज्यों में नजीर के तौर पर पेश किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने हरियाणा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस को लग रहा है कि वो हरियाणा में सरकार बना लेगी। लेकिन, कांग्रेस का हाल हरियाणा में एमपी और छत्तीसगढ़ जैसा होगा।हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस जीत रही है और एमपी में मिली हार को लेकर कहा कि, बीजेपी को मध्यप्रदेश में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं को अपने साथ लेना पड़ा।
पीएम मोदी ने कांग्रेस के ओवर कॉन्फिडेंस पर तंज कसा है और उन्हें एमपी और छत्तीसगढ़ के नतीजों की याद दिलाकर कांग्रेस के दावों को हवा-हवाई साबित करने की कोशिश की है। लेकिन, सवाल ये है कि क्या एमपी और छत्तीसगढ़ की तरह हरियाणा में भी कांग्रेस के दावे सही हैं या फिर ये पीएम मोदी की एक सियासी गुगली है, जिस पर जवाब मांग कर बीजेपी, कांग्रेस को अपनी पिच पर खिलाने का न्योता दे रही है।