Face To Face Madhya Pradesh | Image Credit: IBC24
Face To Face Madhya Pradesh: भोपाल। बीजेपी पर हिंदुत्व की राजनीति का आरोप लगाने वाली कांग्रेस फिर हिट विकेट होती दिख रही है। मप्र के कांग्रेस विधायक ने साधु-संतों को सांड का उपमा देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। जाहिर तौर पर एक बयान के बाद प्रदेश में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आई हुई है। ये प्रतिक्रिया बीजेपी की तरफ से है और हिंदू संगठनों की तरफ से भी।
सवाल है, सियासी लड़ाई में साधु-संतों को बगैर संदर्भ शामिल करना क्या सही पॉलिटिक्स है?
ये हैं MP के कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर राजेंद्र सिंह, जो सतना में कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं को टिप्स देते-देते बीजेपी पर कुछ इस कदर खफा हुए कि, बीजेपी के बहाने साधु-संतों और संन्यासियों को ही खुला सांड बता दिया। राजेंद्र सिंह जब मंच से ये कह रहे थे, तब कांग्रेस प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, PCC चीफ जीतू पटवारी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल समेत कई कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहे। राजेंद्र सिंह के इस बयान पर एमपी में सियासी घमासान शुरू हो गया है।
राजेंद्र सिंह ने बीजेपी के बहाने जहां साधु संतों पर निशाना साधा तो बीजेपी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और हिंदू धर्म का अपमान बताते हुए कांग्रेस पर हिंदू समाज को खत्म करने का आरोप मढ़ दिया। कांग्रेस नेता के बयान पर संत समाज भी भड़क गया है और कांग्रेस नेता को चुल्लू भर पानी में डूबने की नसीहत दे डाली। संतों की सांडों से तुलना पर विवाद बढ़ा तो कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह ने फौरन बयान पर सफाई भी दे दी।
राजनीति में एक दूसरे का विरोध नई बात नहीं है..लेकिन कांग्रेस नेता ने हदें पार कर दी..भले ही राजेंद्र सिंह ने बयान पर सफाई दे दी..लेकिन बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया है..और सनातन धर्म का अपमान बताकर कांग्रेस पर हमलावर है..अब सवाल है कि कांग्रेस पूरे मामले को कैसे हैंडल करती है..