भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में धर्मांतरण की धार तेज हो रही है और आस्था की डोर रोज कट रही है। निशाने पर हैं गरीब, कमजोर, अशिक्षित और मजबूर परिवार उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें धर्मांतरित किया जा रहा है। खेल पुराना है। पर खिलाड़ी नए हैं। टारगेट में भी नए हैं और आंकड़े भी नए खुलेआम जारी इस खेल के वीडियो हैरान करने वाले हैं। दिख रहा है कि ये सरासर साजिश है। इसके बाद भी विडंबना यही है कि कभी इस षड्यंत्र के मूल पर प्रहार नहीं होता ।
इन तस्वीरों को देखने के बाद एक ही सवाल जेहन में उठता है कि एमपी में धर्मांतरण का खेल रुक क्यों नहीं रहा? किसी को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना। अपराध है, लेकिन ये अपराध सीधी में भी हुआ है और बुरहानपुर में भी सीधी में तो लालच देकर हजारों लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। बुरहानपुर के नेपानगर में एक दंपत्ति अपने साथियों के साथ अदिवासी परिवार को लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रहा था। आरोपियों ने परिवार के लोगों के हाथों से रक्षा सूत्र तक खुलवा दिया, लेकिन परिवार के एक पढ़ लिखे लड़के ने इसका विरोध किया, जिसके वजह से ये पकड़े गए।
Face To Face Madhya Pradesh: कहने को तो बीजेपी कहती है कि धर्मांतरण के मामलों पर सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन एक ही पल एक्सक्यूज भी देती है कि कांग्रेस सरकार में तो ऐसे लोगों को प्रोत्साहन मिलता था। दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी की सरकार में धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। सरकार ऐसे मामलों को रोक पाने में सक्षम नहीं है। धर्मांतरण पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच छिड़ी रार एक तरफ है..लेकिन हकीकत तो ये हैं कि एमपी में धर्मांतरण के खिलाफ पूरे देश में सबसे कठोर कानून होने के बावजूद भी धर्मांतरण के बढ़ते मामले सरकार और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। बड़ा सवाल ये है कि धर्मांतरण का कुचक्र कब रुकेगा?