भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: आज मध्यप्रदेश वासी बहुत आहत है, क्योंकि जिस प्रदेश में स्वयं महाकाल विराजते हैं उस प्रदेश का एक प्रतिनिधि भोलेनाथ, शिवशंकर के विरुद्ध कुछ कहे इससे बड़ा पाप और क्या हो सकता है। जी हां बाबू जंडेल ने भगवान शंकर के नाम से गाली देकर बहुत बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। कहना गलत नहीं कि एक चुने हुए जनप्रतिनिधि ने अपनी लक्ष्मणरेखा पार की है। उसने दुनिया के करोड़ों-अरबों लोगों के ईष्ट के खिलाफ अनर्गल प्रलाप किया है। ये कोई मामूली अपराध नहीं, कोई भूल नहीं, बल्कि शिव के खिलाफ द्रोह है। अटूट आस्था पर आघात है। जाहिर है वायरल बोल के बाद प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है पर क्या जुबानी वार, माफी, सफाई या समझौते से बात बन जानी चाहिए।
महज 12 घंटे में इतनी सियासी बयानबाजी और जनता का आक्रोश बताता है कि कांग्रेस विधायक जंडेल के एक वायरल वीडियो को लेकर कितनी नाराजगी है। श्योपुर विधायक जंडेल इस वायरल वीडियो में वो भगवान शंकर को अपशब्द बोल रहे है। कांग्रेस भले ही इसे पांच साल पुराना बता रही है लेकिन विजयपुर विधानसभा उप चुनाव के बाद ये वीडियो कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकता है।
यहीं जिस पार्टी के नेता विपक्ष बीजेपी नेताओं की तुलना शराबियों से कर रहे हो ,उसके ही विधायक नशे में धुत्त भगवान को अपशब्द बोलते दिखे तो बीजेपी के लिए इससे अच्छा मौका क्या होगा। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने जंडेल के इस बयान के जरिए राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से सफाई मांगी है।
Face To Face Madhya Pradesh: इंदौर में बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा और ग्वालियर में हिंदू महासभा ने जंडेल का पुतला दहन किया। सिर्फ बीजेपी ही नहीं हिंदू महासभा,अखिल भारतीय पुजारी महासंघ से लेकर शिवसेना तक ने जंडेल के इस वीडियो पर गहरी नाराजगी जारी की है। शिवसेना प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट कर राहुल और खड़गे से माफ़ी की मांग की। कांग्रेस के लिए संकट उस वक्त और गहरा गया जब वो खाद जैसे संकट पर प्रेस कांफ्रेंस करने की तैयारी में थी,प्रेस कांफ्रेंस हुई भी लेकिन एजेंडा जंडेल का वीडियो बन गया। कांग्रेस भले ही लाख सफाई दे लेकिन विवादित बयानों से जंडेल का पुराना नाता है। बड़ा सवाल कि शिव द्रोही बाबू जंडेल के खिलाफ कांग्रेस ने अब तक एक्शन क्यों नहीं लिया? और आस्था पर चोट का ये खेल आखिर कैसे और कब रुकेगा?