भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में मजहबी सियासत उफान मार रही है । एक तरफ हिंदू एकता के लिए शोर गूंज रहा है तो दूसरी ओर कांग्रेसी विधायक आरिफ मसूद ने शरीयत पहले का राग छेड़ दिया है । कुछ दिनों पहले ही हमने संविधान दिवस मनाया और उसे लोकतंत्र के सबसे पवित्र ग्रंथ के रूप में फिर एक बार रेखांकित किया। अब एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि खुलेआम शरीयत को सामने रखकर मजहबी सेंटीमेंट को हवा दे रहे हैं आखिर इसके मायने क्या हैं?
आरिफ मसूद, मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक, ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, मैं मप्र असेंबली का मेंबर हूं, मैं उन लीडर से मुखातिब हूं, जो ये सोच रहे हैं कि अपनी पार्टी के अंदर अपने नेता के खिलाफ कैसे जाएंगे? तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि, आप नेता के खिलाफ नहीं जाना चाहते तो क्या शरीयत के खिलाफ जाना चाहते हैं? आपको फैसला लेना होगा। मैं कहना चाहता हूं, सभी पार्टियों को चाहे आंध्रप्रदेश के हो चाहे बिहार के हो उठो और खड़े हो शरीयत बचाने के लिए फैसला लो।
Face To Face Madhya Pradesh: वहीं दूसरी ओर सबी आरिफ मसूद का पक्ष लेते हुए कांग्रेस ने कहा कि, अपने धर्म में अच्छाई लाने शरीयत की बात कर रहे। BJP के पास कुछ बचा नहीं है, कानून व्यवस्था ध्वस्त है। रेप हो रहे हैं, कर्ज ले रहे हैं, धर्म के आधार पर बांट रहे हैं गांधी जी को गाली दे रहे हैं, नफरत फैला रहे हैं।