भोपाल।Face To Face MadhyaPradesh: त्योहार का मौका मंदिर में पथराव, मंदसौर अशांत, आग, नारे, गुस्सा और पुलिस का पहरा..मंडला में जुलूस..जुलूस में नारे..नारों के बीच झंडे..झंडों में एक झंडा फिलस्तीन का कौन थे ये लोग जिनके हाथों में विदेशी परचम था क्या इसी मध्यप्रदेश को हम अमन का द्वीप कहते हैं ? क्या हो रहा है यहां ? साजिश के कितने तार ? आखिर और कितनी बार और कितने शहर और कितनी घटनाएं? आज की बहस में बस एक ही सवाल मेरे मध्यप्रदेश में ये क्या हो रहा है? ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान एमपी के दो अलग-अलग जगहों से जो तस्वीर सामने आई है उसने आज एमपी की सियासी और सामाजिक तपिश बढ़ा दी।
मंदसौर में धार्मिक जुलूस के दौरान मंदिर में पथराव की खबर सामने आई है यहां एक पक्ष के व्यक्ति के सिर में चोट लगी है। मौके पर हिंदू संगठनों ने भी हंगामा किया और पथराव करने वालों और जुलूस की अनुमति लेने वालों पर कार्रवाई की मांग की। पथराव की खबर जैसे ही मंदसौर में फैली शहर का बाजार बंद करा दिया गया। पुलिस ने शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पेट्रोलिंग भी की है। इधर मंडला में ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा लहराए जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मामला गरमा गया। जुलूस के स्वागत में फिलिस्तीन समर्थन का पोस्टर लगाया गया था..और वीडियो के आधार पर पुलिस जांच में जुटी हुई है।
Face To Face MadhyaPradesh: इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है। सरकार का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा..तो कांग्रेस का आऱोप है कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर पटरी से उतर चुका है। एमपी में फिलिस्तीन के झंडे लहराने की बात करें तो इससे पहले भी बीते 15 अगस्त को भोपाल के गौतम नगर इलाके में भी एक लेडीज टेलर की दुकान के बाहर फिलिस्तीन के झंडे लहराया गया था और यही तस्वीर 18 जुलाई को खंडवा से सामने आई थी जहां मुहर्रम के जुलूस के दौरान फिलिस्तीन के झंडे लहराए गए थे तो सवाल ये है कि भारत की जमीन पर फिलिस्तीन के झंडे का क्या काम ? और क्या ये किसी खास सांप्रदायिक मकसद के साथ तो नहीं किया जा रहा ?और बार-बार एमपी से सामने आ रही इन तस्वीरों को प्रशासन रोक क्यों नहीं पा रही ?